समाज सेवा और मानव सेवा के क्षेत्र में उन्होंने जो किया वह शायद ही कोई कर पाए। जी हां हम बात कर कर रहे हैं मदर टेरेसा की जिनके देहांत के 19 साल बाद ब्रिटेन उन्हें प्रतिष्ठित फाउंडर्स अवॉर्ड देने जा रहा है। यह सम्मान वैश्विक एशियाई समुदाय के लोगों को उनकी अनुकरणीय उपलब्धियों को मान्यता देता है और उन्हें पुरस्कत करता है। इसी साल उन्हें 4 सितंबर को संत घोषित किया जाएगा।
टेरेसा की एक मात्र जीवित रिश्तेदार 72 वर्षीय उनकी भतीजी अगी बोजाक्षीयू खासतौर पर यह पुरस्कार लेने के लिए कल इटली से आई थीं। टेरेसा को चार सितंबर को संत घोषित किया जाएगा। उन्होंने मिशनरीज ऑफ चेरेटी की स्थापना की थी और 45 साल तक गरीब, बीमार, अनाथ और कोलकाता की सड़कों पर रहने वाले बेसहारा लोगों की खिदमत की थी।
87 वर्ष की उम्र में सन 1997 में कोलकाता में उनका देहांत हो गया था। छठे एशियन अवॉर्ड में फाउंडर्स अवार्ड का कल ब्रिटेन में आयोजन किया गया था। यह पुरस्कार एशियाई समुदाय के लोगों की अनुकरणीय उपलब्धियों को मान्यता देता है और उन्हें पुरस्कत करता है। यह पुरस्कार व्यापार, लोकोपकार, मनोरंजन, संस्कति और खेल सहित 14 श्रेणियों में दिया जाता है।
एशियन पुरस्कार की शुरूआत 2010 में पॉल सागो ने की थी जोकि उद्यमी हैं और लेमन समूह के संस्थापक हैं। सागो ने कहा कि मदर टेरेसा को उनके संत बनने वाले वर्ष में सम्मानित करना शानदार है और यह हमारे इतिहास को एक शानदार पहचान देगा। प्रमुख एनआरआई उद्यमी और लोकोपकार रामी रेंजर ने यहां महात्मा गांधी की प्रतिमा के लिए एक लाख पौंड का योगदान दिया और उन्हें उत्कष्ठ उपलब्धि के लिए कम्युनिटी सर्विस पुरस्कार से नवाजा गया।