कोल्लम – केरल के पुत्तिंगल मंदिर के पास से एक्सप्लोसिव से भरी तीन कार मिली है। सोमवार दोपहर इसकी जानकारी मिलते ही बम स्क्वॉड मौके पर पहुंच गई है। इससे पहले, भीषण अग्निकांड के बाद केरल पुलिस ने फायरवर्क्स से जुड़े मामले में पांच लोगों को हिरासत में लिया। आरोपियों से पूछताछ जारी है। मंदिर के स्टोरकीपर को भी गिरफ्तार किया गया है। इस सिलसिले में पुलिस कुछ और लोगों को भी गिरफ्तार कर सकती है। केस दर्ज होने के बाद से मंदिर प्रशासन के कुछ लोग गायब हो गए हैं। पैराव्वुर पुलिस ने पच्चीस लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है, जिसमें पंद्रह मंदिर समिति के सदस्य, दो फायरवर्क कॉन्ट्रैक्टर और आठ अन्य लोग शामिल हैं।
केरल में करीब 1200 मंदिरों का प्रबंधन संभालने वाली बॉडी त्रावणकोर देवासम बोर्ड ने किसी भी मंदिर में आतिशबाजी पर रोक लगाने से इन्कार कर दिया है। इसके प्रमुख ने पुतींगल मंदिर में हादसे पर दुख जताया है।
बोर्ड प्रमुख ने कहा कि हादसे से हम दुखी हैं, लेकिन मंदिरों में होने वाली आतिशबाजी पर कोई रोक नहीं लगा सकता। उन्होंने कहा, ‘यह प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह इस तरह के हादसों को रोकने के इंतजाम करे।’
उधर, चीफ कंट्रोलर सुदर्शन कमल के नेतृत्व में सात सदस्यीय टीम ने घटनास्थल का दौरा किया और ताजा जानकारियां ली। सुदर्शन ने कहा कि हमने कुछ सैंपल्स लिए हैं, जिन्हें टेस्टिंग के लिए भेजा जाएगा। उसके बाद ही बता पाएंगे कि किस तरह के केमिकल का प्रयोग किया गया है। आतिशबाजों ने कई तरह के नियमों का उल्लंघन किया है। सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देश के अनुसार, रात दस बजे के बाद कोई पटाखे नहीं दाग सकता है।
पुलिस फरार लोगों की तलाश कर रही है। फायर और बचाव दल के अधिकारी दुर्घटनास्थल की जांच के लिए मंदिर परिसर में मौजूद हैं। हलके के सर्किल इंस्पेक्टर चंद्रकुमार ने कहा है कि हमने पटाखे रखने का आदेश देने से इन्कार किया था।
वहीं मंदिर के मुख्य कर्ताधर्ता फरार बताए जा रहे हैं। 112 लोगों की मौत और 388 लोगों के घायल होने के बाद मंदिर प्रबंधन के खिलाफ केस दर्ज किया गया। हालांकि केरल गृह मंत्रालय के सूत्रों की मानें तो अभी तक 107 लोगों के मौत की खबर सामने आई है। केरल के सीएमओ की तरफ से 109 लोगों के मरने की और 383 लोगों के घायल होने की पुष्टि की गई है।
मालूम हो, रविवार तड़के करीब 3:30 बजे आतिशबाजी के दौरान मंदिर में भयंकर आग लग गई थी। बड़ी संख्या में घायलों का इलाज जारी है, जिनमें से कई की हालत बहुत खराब है। इस बीच, केरल के डीजीपी के मुताबिक, हादसे की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
हादसे के बाद पीएम नरेंद्र मोदी कोल्लम में हादसे की जगह पर पहुंचे। उन्होंने घायलों का हालचाल भी जाना। उनके साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, राज्य के सीएम भी साथ थे। पीएम के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी कोल्लम पहुंचे हैं।
पीएम का कहना था कि उन्होंने इस हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को तुरंत मुंबई या दिल्ली हेलीकॉप्टर से शिफ्ट करने का भी सुझाव राज्य के सीएम काे दिया। पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने हादसे वाली जगह का दौरा किया और बाद में वह घायलों से मिलने पहले तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज और फिर एक अन्य अस्पताल भी गए। पीएम मोदी ने कहा कि इस दुख की घड़ी में भारत सरकार केरल के लोगों के साथ खड़ी है।
शनिवार की रात से आतिशबाजी शुरू हुई। जो सुबह करीब चार बजे तक चली। उसी दौरान मंदिर परिसर में भीषण आग लग गई। आग में देवोस्वोम बोर्ड की बिल्डिंग पूरी तरह से बर्बाद हो गयी है। पुत्तिंगल देवी मंदिर परिसर में बड़े पैमाने पर आतिशबाजी करना आम बात है।
खास तौर पर 14 अप्रैल को शुरु होने वाले मलयालम नववर्ष के उपलक्ष्य में मंदिर परिसर में आतिशबाजी की जा रही थी। जानकारी के मुताबिक आग उस समय लगी जब मंदिर में पूजा-पाठ चल रहा था। काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। सूचना मिलते ही फायरब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंच गई। आग पर काबू पाने का प्रयास अभी भी जारी है। प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार मंदिर परिसर में आतिशबाजी हो रही थी जिसके कारण आग लग गई। स्थानीय प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया है।