नासिक- महाराष्ट्र के नासिक के ऐतिहासिक त्र्यंबकेश्वर मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर चल रहे विवाद में ड्रेस कोड का हवाला देकर उन्हें मंदिर में जाने से रोक दिया ! ग्रामीणों की पिटाई से एक महिला कार्यकर्ता बेहोश भी हो गई !
त्र्यंबकेश्वर मंदिर में बुधवार सुबह पूजा करने जा रही महिलाओं को रोक दिया गया ! ड्रेस कोड का हवाला देकर इन महिलाओं को मंदिर में एंट्री नहीं करने दिया गया ! गांव की महिलाओं ने इन महिला कार्यकर्ताओं को मंदिर में जाने से रोक दिया और कहा कि उनका ड्रेस मंदिर में प्रवेश के लिए बने नियमों से अनुरूप नहीं है !
गौरतलब है कि स्वराज महिला संगठन की महिला कार्यकर्ताओं ने त्र्यंबकेश्वर मंदिर में पूजा की अनुमति मांगी थी ! इसके बाद मंदिर प्रशासन की ओर से महिलाओं को पूजा के लिए सुबह 6 से 7 बजे के बीच का वक्त दिया गया था !
ज्ञात हो कि लिंग समानता के लिए अभियान के बीच, महाराष्ट्र में त्र्यंबकेश्वर देवस्थान ट्रस्ट ने महिलाओं को भगवान शिव के प्रख्यात मंदिर के गर्भगृह में हर दिन एक घंटे के लिए इस शर्त के साथ प्रवेश की अनुमति दे दी थी कि गर्भगृह में पूजा अर्चना के लिए उन्हें गीले सूती या सिल्क के कपड़े पहनने होंगे।
वहीँ महिला कार्यकर्ताओं ने इस शर्त को मानने से इनकार करते हुए पुलिस में ट्रस्ट के सदस्यों और स्थानीय लोगों के खिलाफ मंदिर में उनके प्रवेश को बाधित करने का आरोप लगाते हुए एक शिकायत दर्ज कराई थी ।
बुधवार सुबह जब महिला कार्यकर्ता पूजा के लिए पहुंची तो उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया ! गांव की महिलाओं ने ड्रेस कोड का हवाला देकर उन्हें जाने से रोक दिया ! ग्रामीणों की पिटाई से एक महिला कार्यकर्ता बेहोश भी हो गई !
इससे पहले शनि सिंगणापुर और अन्य कई मंदिरों में महिलाओं के प्रवेश पर विवाद होने के बाद हाई कोर्ट और फिर राज्य सरकार ने साफ किया था कि मंदिर में प्रवेश को लेकर कोई भेदभाव स्वीकार नहीं किया जाएगा ! इसके बाद शनि सिंगणापुर समेत कई मंदिरों में महिलाओं को प्रवेश करने दिया गया और वहां महिलाओं ने पूजा की ! लेकिन नासिक के त्र्यंबकेश्वर मंदिर में पूजा के लिए पहुंची महिलाओं के साथ मारपीट का मामला सामने आने के बाद प्रशासन ने इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी है !