लखनऊ- उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सियासी पारा खूब परवान पर है ! जिसके चलते कोई भी पार्टी किसी प्रकार की कोई कमी नहीं रखना चाहती है ! ऐसे में कांग्रेस के लिए ट्रिपल पी यानी पीके-प्लानिंग-प्रियंका की स्ट्रैटजी संजीवनी का काम कर सकती है। पोल स्ट्रैटजिस्ट प्रशांत किशोर ने इस थ्योरी पर काम करना शुरू कर दिया है।
गुरुवार को यूथ कांग्रेस की बैठक का आयोजन शहीद स्मारक स्थित गांधी भवन में हुआ। इसमें प्रशांत किशोर ने मीडिया के सवालों पर कहा कि बाद में बात होगी। प्रियंका को मुख्य चेहरा बनाने की सोच रही कांग्रेस के लिए यूपी में प्रशांत कम से कम 100 सीटें चाहते हैं। ऐसे में उन्होंने जातिगत समीकरणों के साथ ही स्थानीय समीकरणों पर भी काम करना शुरू कर दिया है। 22 अप्रैल को लखनऊ में कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
प्राप्त जानकारी अनुसार दो दिवसीय दौरे के दौरान प्रशांत किशोर जीत के लिए समीकरणों की गणित के बारे में कार्यकर्ताओं को बताएंगे। कांग्रेस के वोट बैंक में ब्राहमण, दलित और मुस्लिम पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। प्रशांत भी इस बात को बखूबी जानते हैं कि महज 11 फीसदी ब्राहमण वोटों से चुनाव नहीं जीता जा सकता है। इन वोटों को एकजुट करने के साथ दलित और मुस्लिम वोटों को कांग्रेस के पक्ष में करना भी जरूरी है।
वहीं इस बैठक को विपक्षी पार्टियां एक औपचारिक चर्चा बता रही हैं। बीजेपी प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि घोर विडम्बना है कि प्रशांत किशोर उस बैठक का नेतृत्व कर रहे हैं और बड़े बड़े नेता उस बैठक के भागीदारी बने हुए हैं। इससे आप अनुमान लगा सकते हैं कि आज कांग्रेस किस पायदान पर खड़ी है। पाठक ने कहा कि इस समय कांग्रेस प्रबंधकों के भरोसे है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस चाहे जो भी करले उत्तर प्रदेश की जनता सब समझ रही है। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस को समाजवादी पार्टी का पिछलग्गू तक कह दिया। कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी समाजवादी पार्टी के ही समर्थन से आज लोकसभा में हैं। अगर बात राज्यसभा की की जाए तो वहां भी समाजवादी पार्टी का समर्थन है।