लखनऊ- उच्च न्यायालय खंडपीठ के न्यायमूर्ति देवेन्द्र उपाध्याय ने यहाँ कहा कि देश में सद्भावना, सहिष्णुता और सौहार्द का वातावरण बनाये रखने का काम क़ानून की ताकत से होना मुमकिन नहीं है, इसके लिए लोगों को मुहब्बत, आपसी भरोसे और सहानुभूति की ताकत का इस्तेमाल करना होगा । उन्होंने कहा कि समाजसेवी संस्थाओं को देश की एकता और अखंडता को मजबूत करने के लिए मिल कर काम करना होगा ।
न्यायमूर्ति श्री उपाध्याय यहाँ संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान महाविद्यालय में राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस के अवसर पर मिनी ऑडीटोरियम में पब्लिक रिलेशंस सोसाइटी ऑफ़ इंडिया लखनऊ चैप्टर द्वारा आयोजित “एक राष्ट्र-एक स्वर, जनसंपर्क बने सौहार्द का सेतु” गोष्ठी के उद्घाटन सत्र में बोल रहे थे । इस आयोजन में लखनऊ मंडल के अनेक विश्वविद्यालयों के पत्रकारिता तथा जनसंचार के अध्यापकों तथा छात्रों ने भाग लिया ।
अपने अध्यक्षीय भाषण में न्यायमूर्ति उपाध्याय ने इकबाल की मशहूर नज्म “सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा” का उद्धरण देते हुए शेर पढ़ा ‘कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी, सदियों रहा है दुश्मन दौरे ज़मां हमारा’ और कहा कि अल्लामा इकबाल ने जिस ‘कुछ बात है’ की ओर इशारा किया है, वह ही भारत की ताकत है । यह वही जज्बा है जिसने हज़ारों सालों से हमलों और तमाम किस्म के दौर झेलनेवाले इस देश को आज तक सलामत रखा है ।
इस अवसर पर एसजीपीजीआई के निदेशक डॉ. राकेश कपूर ने कहा कि हिन्दुस्तान की ताकत देश की सांझी संस्कृति है । उन्होंने अपने संस्थान का उदाहरण देते हुए कहा कि यहाँ तरह-तरह की खूबियाँ रखनेवाले चिकित्सक, प्रबंधन और तकनीकी स्टाफ कार्य करते हैं, उनमें से प्रत्येक अपने क्षेत्र, भाषा और धार्मिक विश्वासों के बावजूद हर तरह के मरीज़ का इलाज करने में बिना भेदभाव के काम करते हैं । इसी तरह मरीज़ भी डाक्टरों की जाति-धर्म-क्षेत्र में दिलचस्पी लिए बिना उनसे सहानुभूति की ही उम्मीद से उनके पास आता है । हमारा काम बीमारों की तकलीफ दूर करने का है । हम यही काम पूरी इमानदारी से करते हैं । अगर पूरे हिन्दुस्तान के सभी लोग अपने अपने काम को पूरी निष्ठा से करें तो इस देश को महाशक्ति बनने से कोई रोक नहीं पायेगा ।
समाचार प्लस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी उमेश शर्मा ने इस मौके पर मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए कहा कि जनसंपर्क और मीडिया कर्मियों को अभाव, दबाव और कुभाव से प्रभावित हुए बिना ही अपना काम पूरी निष्ठा से करना चाहिए । उन्होंने कहा कि हम लोगों की निष्ठा जनता के प्रति और देश हित में है और इसे हमेशा ध्यान में रखना चाहिए ।
इससे पहले अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ भेंट करके पीआरएसआई सचिव तथा संस्थान की वरिष्ठ जनसम्पर्क अधिकारी सुश्री मोनालिसा चौधरी ने किया । बाद में उपरोक्त के साथ पीआरएसआई के अध्यक्ष डॉ. अशोक शर्मा द्वारा कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलन करके उद्घाटन किया गया । इस अवसर पर ‘नेशनल पीआर डे’ पर मीडिया-जनसंपर्क-मनोरंजन के क्षेत्रों में रोज़गार के अवसरों पर केन्द्रित पत्रिका ‘करियर वाइज़’ का विमोचन किया गया ।
कार्यक्रम में श्रेष्ठ जनसंपर्क हेतु एमिटी विश्वविद्यालय के उपनिदेशक जनसंपर्क श्री आशुतोष चौबे, एसजीपीजीआई की सहायक जनसंपर्क अधिकारी कुसुम यादव तथा मीना जौहरी और एसआरएमयू के प्रोफ़ेसर डॉ रितेश चौधरी को जनसंपर्क-सराहना सम्मान प्रदान किये गए । ‘एक राष्ट्र एक स्वर’ निबंध लेखन प्रतियोगिता में श्री अनंत श्रीवास्तव (बीबीएयू) को प्रथम और बरेली के पत्रकारिता छात्र श्री मुहम्मद आरिफ को द्वितीय पुरस्कार प्रदान किये गए ।
उद्घाटन सत्र के बाद इस अवसर पर ‘मीडिया, जनसंपर्क तथा मनोरंजन के क्षेत्र में रोज़गार के अवसर’ कार्यशाला का आयोजन दो भागों में किया गया । इस कार्यशाला के निदेशक दूरदर्शन के पूर्व अपर महानिदेशक प्रभु झिंगरन थे । इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश फिल्म विकास परिषद् के सदस्य विशाल कपूर थे, जिन्होंने छात्रों को मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में जनसंपर्क, मीडिया तथा फिल्म विकास के कार्यों की जानकारी दी । इंटर्नशिप ना मिलने से परेशान छात्रों की समस्याओं के समाधान कराने के प्रयास का श्री कपूर ने वायदा किया ।
इस सत्र में सर्वश्री डॉ. अरिंदम भट्टाचार्य अपर निदेशक एसजीपीजीआई ने अंतर्राष्ट्रीय जनसंपर्क के बुनियादी तत्व, उमेश शर्मा (समाचार प्लस) ने प्रसारण पत्रकारिता, फिल्मकार श्री अनिल रस्तोगी ने मनोरंजन के क्षेत्र में अवसर, श्री प्रभु झिंगरन ने भविष्य का मीडिया, अनूप मिश्र (पब्लिसिटी मंत्रा) ने डिजिटल मीडिया मार्केटिंग, शाश्वत तिवारी (ब्यूरो प्रमुख तेज़ न्यूज़ डॉट काम) ने वेब मीडिया, अमिताभ त्रिवेदी (युगवार्ता न्यूज़) ने मीडिया के सरोकारों तथा कार्यालय के संचालक डॉ. रितेश चौधरी ने प्रश्नोत्तर स्तर का सञ्चालन किया ।
@शाश्वत तिवारी