नई दिल्ली- दालों के बढ़ते दाम को लेकर जहां एक तरफ त्राहि त्राहि मची हुई है वहीं दालों के रिटेल दाम अभी भी ऊंचे बने हुए हैं ! लेकिन थोड़ी सी राहत की खबर ये है कि अब दालों के दाम 120 रुपए से ज्यादा नहीं बढ़ेंगे ! दरअसल केंद्र सरकार ने दाल की महंगाई पर कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है ! राज्य को केंद्र से मिलने वाली दालों की बिक्री अधिकतम 120 रुपये किलो के भाव पर करनी होगी !
इसका मतलब है कि दाल की कीमतें अब एक हद से आगे नहीं बढ़ पाएंगी ! सरकार ने दाल की कीमतों पर कैप लगा दिया है और राज्यों को दालों का भाव इससे ज्यादा न बढ़ाने का आदेश दिया है ! केंद्र सरकार राज्यों को रिटेल बिक्री के लिए 10,000 टन तुअर और उड़द दाल जारी करने जा रही है ! सरकार ने 10,000 टन बिना दली साबुत तुअर दाल 66 रुपये किलो तथा साबुत उड़द दाल 82 रुपये किलो के भाव पर जारी करने का फैसला किया है ! यह दलहन राज्यों को ज्यादा से ज्यादा 120 रुपये किलो के खुदरा मूल्य पर बेचनी होगी. इससे ज्यादा के भाव पर राज्य इन दालों को नहीं बेच सकेंगे !
केन्द्र ने राज्यों से कहा है कि वह तुअर यानी अरहर और उड़द दाल के लिये अपनी जरूरत जल्द बतायें ताकि केन्द्र समय पर इसे ग्राहकों तक पहुंचाने के लिये राज्यों को जारी कर सके ! केन्द्र सरकार ने घरेलू बाजार से खरीद कर 50,000 टन दालों का बफर स्टॉक तैयार किया है ! इसके अलावा 26,000 टन तुअर और उड़द दाल के इंपोर्ट के लिये कॉन्ट्रैक्ट भी किया गया है !
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार उड़द का रिटेल मूल्य 195 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गया है जबकि कल चेन्नई में इसका दाम 181 रुपये किलो, मुंबई, दिल्ली में 177 रुपये किलो बोला जा रहा था ! इसी प्रकार तुअर दाल दिल्ली में 159 रुपये किलो, मुंबई में 151 रुपये किलो, चेन्नई में 149 रपये और बेंगलूरू में 144 रुपये रही !
वहीं देश भर में दाल के जमाखोरों के खिलाफ छापे पड़ रहे हैं, नागपुर में 1.65 करोड़ रुपये की दाल पकड़ी गई जहां प्रशासन ने करीब 1900 क्विटंल दाल जब्त की है ! वहीं 2 दिन पहले ही आयकर विभाग ने मुंबई, इंदौर और जलगांव के दलहन कारोबारियों के यहां छापे मारे थे !
एक के बाद दूसरे साल सूखे के कारण देश में दाल दलहन का उत्पादन कम रहने से दालों के दाम पर दबाव बना हुआ है ! पिछले साल कम उत्पादन और जमाखोरी के चलते एक समय दाल के दाम 200 रपये किलो तक चढ़ गये थे जिसके बाद देश में काफी हंगामा हुआ था !