लखनऊ : लखनऊ में बढ़ते पार्टी कल्चर के बीच कल जिंगो क्लब में चल रही मौज-मस्ती युवाओं को भारी पड़ी। वोदका तथा बीयर के नशे में धुत जब लड़कियों ने सारी हद पार कर दी, तब ग्रामीणों के सब्र का बांध टूट गया और उनकी शिकायत पर पुलिस ने क्लब में अवैध तरीके से आयोजित पूल पार्टी में छापा मारा। वहां नशे में लड़खड़ा रहे युवक-युवतियों में भगदड़ मच गई। सभी अपना चेहरा व पहचान छिपाते नजर आए। सोशल मीडिया के जरिए पार्टी में जुटे इन युवाओं को कड़ी हिदायत देकर छोड़ दिया गया।
लखनऊ के बख्शी का तालाब इलाके में चोरी-छिपे चल रहे एक पूल क्लब पर पुलिस ने छापा मारा तो वो दंग रह गये। पूल क्लब अय्याशी का अड्डा बना था। जहां ढाई सौ से अधिक रईसजादे नशे में धुत मौज-मस्ती में लगे थे। पुलिस टीम ने जिस क्लब में छापा मारा उसका नाम जिंगो क्लब है. पार्टी में शराब और बीयर परोसी जा रही थी जिसके लिए आबकारी विभाग से अस्थाई लाइसेंस भी नहीं लिया गया था।
पुलिस ने प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी रईस अख्तर के नेतृत्व में छापा मारा तो वहां स्वीमिंग पूल व आसपास दो सौ युवक-युवतियां मौज-मस्ती करते मिले। फोर्स लेकर वह मौके पर पहुंचे तो पार्टी में आए लड़के और लड़कियों में अफरा-तफरी मच गई। पुलिस सभी को पकड़कर थाना लाई। इस पार्टी में केवल कपल की एंट्री की इजाजत थी। क्लब में लड़कों के लिए शराब तो लड़कियों के लिए वोदका और बीयर का इंतजाम किया गया था। इसके साथ ही नशे का सारा इंतजाम भी था। मांग पर ड्रग्स का भी इंतजाम किया गया था।
पार्टी में नशे में धुत जोड़े डीजे की धुनों स्वीमिंग पुल के अंदर और बाहर में थिरक रहे थे। इस दौरान कई कपल अश्लील हरकतें भी कर रहे थे। इतना ही नहीं क्लब ने कई जोड़ों को प्राइवेट रूम भी उपलब्धत भी करवाए थे। यहां पर पचास से अधिक जोड़े बेहद आपत्तिजनक स्थिति में मिले। पुलिस का कहना है वहां कई आपत्तिजनक सामग्री भी मिली है।
इस पार्टी के दौरान पकड़ी गई कई लड़कियां स्कूल ड्रेस में थी तो कई लड़कियां कॉलेज की थी। पूछताछ के दौरान लड़कियों रोने लगी और उन्होंने कहा कि वो घर में बहाना बनाकर पार्टी में आई थी। किसी ने कहा कि वह अपनी सहेली की तबीयत खराब होने बहाना बनाकर आई है तो कोई ट्यूशन की एक्सट्रा क्लास का बहाना बनाकर घर से निकली है।
एक लड़की ने पुलिस को बताया कि वह टीचर की बर्थडे पार्टी में जाने का बात कहकर घर से निकली थी। पुलिस ने जब लड़के और लड़कियों के घरवालों को उनकी करतूतों के बारे में बताया तो घरवाले भी सन्न रहे गये। पुलिस ने क्लब के मैनेजर और बाउंसर्स को गिरफ्तार कर उनका चालान किया है। पार्टी में कई नेताओं, अधिकारियों और शहर के प्रतिष्ठित परिवारों की बेटियां शामिल थीं।
उनके पकड़े जाने की खबर मिलते ही सत्ताधारी दल के कई नेता और अधिकारी क्लब पहुंच गए. आसपास के इलाके में राजनीति करने वाले भी आ गये।
इस क्लब का संचालक आकाश दीक्षित आबकारी विभाग का कोई स्थाई अथवा अस्थाई लाइसेंस भी नहीं दिखा सका। एएसपी देहात प्रताप गोपेंद्र यादव के मुताबिक पूल पार्टी की जिला प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली गई थी, न ही क्लब संचालक के पास आबकारी विभाग का कोई लाइसेंस था।
क्लब संचालक सहित पांच लोगों का शांतिभंग में चालान किया गया है। आबकारी व मनोरंजन कर विभाग को इसकी लिखित सूचना भेज रही है। क्लब में इससे पहले भी एक पूल पार्टी के दौरान हंगामा-मारपीटव फायङ्क्षरग हुई थी।