नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी अगस्ता वेस्टलैंड चॉपर घोटाला मामला संसद में उठाकर सोनिया गांधी को घेरने की तैयारी में जुट गई है। सैन्य और रक्षा उपकरण बनाने वाली अगस्ता वेस्टलैंड की कंपनी फिनमेकैनिका के अधिकारियों की तरफ से भारत में नेताओं और अधिकारियों को घूस देने के आरोपों की जांच कर रही इतालवी कोर्ट में ऐसे दस्तावेज सामने आए हैं, जिसमें ‘सिगनोरा गांधी’ नाम के एक सदस्य का भी नाम है। यह सिगनोरा गांधी कौन है यह अभी जांच का विषय है।
इटली की कोर्ट कथित रूप से केंद्र की पूर्ववर्ती यूपीए सरकार पर महत्वपूर्ण दस्तावेज साझा नहीं करने का आरोप लगाए जाने के बाद यह चॉपर घोटाला एक बार फिर संसद में गूंजा। इस मुद्दे को सुब्रहमण्यम स्वामी भी भविष्य में राज्यसभा में भाजपा की तरफ से उठाएंगे। इटली कोर्ट के आदेश में कहा गया है कि यहां ऐसा मत है कि भारत के प्रधानमंत्री सहित दूसरे शीर्ष नेताओं द्वारा उपयोग के 12 चॉपरों के लिए अगस्ता वेस्टलैंड के साथ साल 2010 में हुए सौदे भ्रष्टाचार हुआ।
कई मीडिया साइट पर ऐेसे दस्तावेज भी सामने आए हैं जिसमें सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का नाम भी शामिल है। इनमें से एक दस्तावेज मार्च 2008 में इस सौदे के मुख्य बिचौलिये क्रिसचन मिचेल ने भारत में ऑगस्ता वेस्टलैंड के प्रमुख पीटर हुलेट को लिखी चिट्ठी है, जिसमें ‘सिगनोरा गांधी’ को ‘वीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे में मुख्य कारक’ बताया गया है।
वहीं साल 2013 में अगस्ता वेस्टलैंड के अधिकारी गुसिप ओर्सी की लिखी चिट्ठी में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का जिक्र है, जिसमें कहा गया है कि इतालवी प्रधानमंत्री या किसी वरिष्ठ राजनयिक को उन्हें फोन करना चाहिए। ओर्सी इस वक्त भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल में बंद है।
इटली की कोर्ट के आदेश का विवरण सामने आने के साथ ही सत्ताधारी बीजेपी इस मामले को जोर-शोर से उठाने की तैयारी में जुट गई है। पार्टी ने अपनी साप्ताहिक बैठक में इस मामले में अपनी रणनीति पर चर्चा की, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल थे। वहीं वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कथित रूप से कहा कि इस मामले ने साबित कर दिया कि ‘कांग्रेस ने कितने घोटाले किए हैं’ और ‘मुख्य विपक्षी पार्टी को इस पर जवाब देना होगा’।
सोमवार को जब भाजपा ने लोकसभा में इस मामले की जांच की मांग उठाई, तो उस वक्त सोनिया और राहुल गांधी सदन में ही मौजूद थे। भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि हम सदन में इस पर चर्चा चाहते हैं और रक्षा मंत्री को इस मामले में उठ रहे सभी प्रश्नों के जवाब देने चाहिए। वहीं कांग्रेस ने कहा कि उसके पास छुपाने को कुछ नहीं है। पूर्व रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने कहा कि हमने जांच के आदेश दिए थे और कॉन्ट्रैक्ट रद्द कर दिया था। अगर भाजपा सरकार इतनी ही उत्सुक है, तो हमने जो जांच के आदेश दिए थे सीबीआई को उसमें तेजी लाने को क्यों नहीं कहती है।
अब यह मामला उठने के बाद रक्षा मंत्रालय ने अगस्ता हेलीकॉप्टर सौदे पर इटली कोर्ट के फैसले की जानकारी मांगी है। वहीं पूर्व वायुसेना प्रमुख त्यागी ने कहा कि अगर इस मामले में मैं दोषी हूं तो सरकार भी जिम्मेदार है। वहीं दूरसंचार मंत्री विशंकर प्रसाद ने कहा कि सीबीआई के काम में रुकावट डाली गई है।