नई दिल्ली : प्याज के किसानों की व्यथा और दालों की बढ़ती कीमत के बारे में लोकसभा में चर्चा हो रही है। मंगलवार को भाजपा के सांसदों ने लगातार दूसरे दिन इस मामलें में केंद्र सरकार का घेराव किया।
सीकर सांसद स्वामी सुमेधानंद सरस्वती और कैराना से सांसद हुकुम सिंह ने किसानों की इस मामले को लोकसभा में उठाते हुए किसानों से प्याज खरीदने के लिए हस्तक्षेप करने की मांग की। उन्होंने कहा कि सात से आठ महीने पहले जब प्याज की किल्लत हो गई थी, तो यह 50 रुपए किलो में बिक रहा था, लेकिन अब इसकी कीमत तीन रुपए किलो हो गई है।
प्याज के गिरते दामों पर कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह को भाजपा सांसद हुकुम सिंह ने घेरा। उन्होंने कहा कि किसानों को अपना प्याज मात्र दो से तीन रुपए किलो में बेचने को मजबूर होना पड़ रहा है। ऐसे में किसान ई-ट्रेडिंग का क्या करेंगे। उन्होंने कहा सरकार को प्याज खरीदकर किसानों को बचाना चाहिए, जिनके पास फसल के भंडारण की सुविधा नहीं है।
राधा मोहन सिंह ने कहा कि सरकार ने आलू, प्याज और दालों के लिए प्राइज स्टेबलाइजेशन फंड की स्थापना की है, लेकिन यह उनके मंत्रालय से हटकर फूड मिनिस्ट्री में शिफ्ट हो गया है।
उन्होंने ई-नैम, कृषि बाजार के लिए इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफार्म के बारे में विस्तार से चर्चा की। प्रश्नकाल के दौरान हुकुम सिंह ने कहा कि आपने विस्तृत जवाब दिया है, लेकिन किसानों की समस्या जस की तस है।