कानपुर- उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के साथ संयुक्त अभियान में व्यापमं घोटाले के मुख्य आरोपी रमेश शिवहरे को आज गिरफ्तार कर लिया। सूबे के पुलिस महानिदेशक जाविद अहमद ने शिवहरे की गिरफ्तारी की पुष्टि की। रमेश शिवहरे मध्य प्रदेश में व्यवसायिक शिक्षा परीक्षा मंडल (व्यापम) में हुए करोडों रुपए के घोटाले में का मुख्य साजिशकर्ता बताया जाता है।
शिवहरे कल्याणपुर क्षेत्र में छिपकर रह रहा था, जहां से उसे आज सुबह गिरफ्तार किया गया। शिवहरे पर बिचौलियों के रूप में एक निश्चित राशि लेकर मुन्ना भाइयों की व्यवस्था कराने का आरोप है। शिवहरे की गिरफ्तारी पर मध्यप्रदेश पुलिस ने पांच हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। उसकी पत्नी महोबा जिला पंचायत की अध्यक्ष रह चुकी है। सीबीआई ने शिवहरे के खिलाफ छह रिपोर्ट दर्ज कर रखी थी। कानपुर के काकादेव में कोङ्क्षचग क्लासेज चलाने वाले शिवहरे की तीन संस्थानों के कागजात भी सीबीआई अपने साथ ले गई है।
आरोपी 6 मामलों में दोषी
एसटीएफ ने रमेश को कानपुर के कल्याणनगर की आवास विकास कॉलोनी से पकड़ा। आरोपी रमेश व्यापम घोटाले के 6 मामलों में दोषी है। पुलिस रमेश से पूछताछ कर रही है। माना जा रहा है कि, रमेश व्यापम मामले का प्रमुख आरोपी है। रमेश को कल्याणनगर पुलिस स्टेशन ले जाया गया !
गौरतलब है कि, रमेश तब से फरार घूम रहा है, जबसे उसका नाम व्यापम घोटाले में आया है। सीबीआई बहुत दिनों से रमेश को ढूँढने की कोशिश कर रही थी, रमेश पर 5,000 रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था। शिवहरे उत्तर प्रदेश के ही महोबा जिले से ताल्लुक रखता है। शिवहरे काफी दिनों से कानपुर के कल्याणनगर की आवास विकास कॉलोनी में छुपा हुआ था। आरोपी रमेश शिवहरे महोबा जिला पंचायत अध्यक्ष का पति है।