बुरहानपुर- मप्र मदरसा बोर्ड की पहल पर मप्र में पहली बार भोज (ओपन) यूनिवर्सिटी भोपाल ने अपने संस्थान में अल्पसंख्यक वर्ग के विद्यार्थियों को सुसंगत पाठ्यक्रमों में प्रवेश की अनुमति दी है। इससे अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों को ख़ासा फायदा होगा। अब आमिल, फाजिल और आदिब कामिल को संस्था के बीए, बीएड और एमए में आसानी से प्रवेश मिल सकेगा। यह मप्र के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमारसिंह चौहान की अल्पसंख्यक वर्ग को 1 सौगात है।
मप्र मदरसा बोर्ड अध्यक्ष बनाये जाने के बाद से प्रो. सैय्यद इमाद उद्दीन द्वारा लगातार अल्पसंख्यक वर्ग को शिक्षा से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। इसी के तहत उन्होंने यह पहल की थी। जिसके बाद मुख्यमंत्री और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने इस पहल को अमली जामा पहनाने में मदद की और अल्पसंख्यक वर्ग का उच्च शिक्षा में प्रवेश का एक और रास्ता खुल गया।
आसानी से ले सकेंगे प्रवेश
मप्र मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष प्रो. सैय्यद इमादउद्दीन ने बताया कि मदरसा बोर्ड और भोज (ओपन) यूनिवर्सिटी के बीच टाई अप हुआ है जिसके तहत विश्वविद्यालय में मप्र मदरसा बोर्ड से संचालित आमिल माहिर परीक्षा को 10+2 के समकक्ष बीए में प्रवेश व आदिब कामिल को बीएड में प्रवेश मिल सकेगा। साथ ही फाजिल को एमए में प्रवेश के लिए मान्यता दी गई है। यह वह विद्यार्थी हैं जो मदरसा बोर्ड से उत्तीर्ण होकर नई सुविधा का लाभ ले सकेंगे। इसे लेकर मप्र भोज यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार ने आदेश भी जारी कर दिए हैं !
संपर्क कक्षाओं का होगा संचालन
इमाद उद्दीन ने बताया की इसे लेकर भोज यूनिवर्सिटी द्वारा संपर्क कक्षाएं भी लगाई जायेगी। साथ ही मदरसा बोर्ड को भी कोचिंग के लिए अधिकृत किया गया है। इससे अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों को उच्च शिक्षा हासिल करने में आसानी होगी। मदरसों के आधुनिकीकरण की शुरुआत के साथ 3 पाठ्यक्रमो में प्रवेश की अनुमति पर मप्र मदरसा बोर्ड अध्यक्ष सैय्यद इमाद उद्दीन ने मुख्यमंत्री और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का आभार माना। रिपोर्ट @ निशात सिद्दीकी