लखनऊ- यूपी को एक ब्राण्ड के रूप में लोकप्रिय बनाने एवं अधिक से अधिक निवेश आकर्षित करने के लिये यहां के विकास कार्यों एवं पर्यटन स्थलों का व्यापक प्रचार-प्रसार के मददेनज़र आज यहां 9 देशों में कार्यरत भारत के राजदूतों एवं उच्चायुक्तों ने मुख्यमंत्री आवास पर सीएम अखिलेश यादव से मुलाक़ात की। भारत के राजदूतों एवं उच्चायुक्तों द्वारा उत्तर प्रदेश को नजदीक से जानने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा तीन दिनों की यात्रा का भी आयोजन किया गया है।
यूपी में हस्तशिल्प, एग्रो-उत्पाद, चमड़े का सामान, आभूषण आदि के निर्यात के साथ-साथ मेडिकल, धार्मिक, ऐतिहासिक एवं ईको-टूरिज्म की अपार सम्भावना है। आबादी के लिहाज से देश का सबसे बड़ा प्रान्त होने के कारण उत्तर प्रदेश एक बड़ा बाजार भी है। वर्तमान राज्य सरकार ने प्रदेश की जरूरत को समझते हुए सेक्टर वार निवेश फ्रेण्डली नीतियां बनाकर उन्हें लागू करने का काम किया है। पूंजीगत निवेश को बढ़ावा देते हुए बड़े पैमाने पर विश्वस्तरीय बुनियादी सुविधाओं का विकास किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश, देश का एक मात्र ऐसा राज्य है, जिसके कई नगरों में मेट्रो रेल परियोजनाएं तेजी से संचालित की जा रही हैं। इससे नगरीय क्षेत्रों में विश्वसनीय सार्वजनिक यातायात सुविधा का विकास होगा। लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना को रिकॉर्ड समय में पूरा कराने का प्रयास किया जा रहा है। वर्तमान राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में जिस प्रकार से विकास कराए जा रहे हैं, उससे आगामी वर्षों में यह राज्य देश के विकसित राज्यों में सबसे आगे होगा।
मुख्यमंत्री से मुलाक़ात के इस मौके पर उजबेकिस्तान के राजदूत विनोद कुमार ने कहा कि वहां कॉटन, प्रोसेसिंग, यार्न तथा टूरिज्म आदि में काफी सम्भावना है। बुलगारिया में तैनात राजेश कुमार सचदेवा ने कहा कि वहां आयरन प्रोसेसिंग, सूचना प्रौद्योगिकी, कृषि उत्पाद, पर्यटन की अपार सम्भावना है। उन्होंने बताया कि वहां से बड़ी संख्या में लोग काशी में पर्यटन के लिए आते हैं। पोलैण्ड में तैनात राजदूत अजय बिसारिया ने बताया कि उत्तर प्रदेश के अधिकारी इस देश से जो भी सहयोग की अपेक्षा करेंगे उसमें दूतावास से पूरा सहयोग प्रदान किया जाएगा।
ओमान में तैनात इन्द्र मणि पाण्डेय ने बताया कि वहां बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश और विशेष रूप से पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोग निवास करते हैं। यदि यहां के विकास कार्यों और सुविधाओं की जानकारी हिन्दी और भोजपुरी में उपलब्ध कराई जाए तो लोगों को काफी सुविधा होगी। उन्होंने मेडिकल टूरिज्म पर जोर देने तथा स्किल डेवलपमेण्ट के माध्यम से वहां की जरूरत के हिसाब से कार्य बल तैयार करने का आग्रह किया।
ईरान में तैनात सौरभ कुमार ने कहा कि यहां से बड़ी संख्या में शिया समुदाय के लोग वहां पढ़ने के लिए जाते हैं। इस प्रकार उस देश में यहां के लोगों का सांस्कृतिक सम्बन्ध गहराई से कायम है। उन्होंने कहा कि नौरोज एवं नए वर्ष के अवसर पर ईरान से बड़ी संख्या में लोग यहां घूमने आते हैं। इस प्रकार पर्यटन की भी काफी सम्भावना है। उन्होंने प्रदेश से व्यापारियों का डेलीगेशन ईरान भेजकर निवेश की सम्भावना तलाशने का आग्रह किया।
अंगोला में तैनात सुशील कुमार सिंघल ने कहा कि इस देश के भारत के अच्छे रिश्ते हैं। यहां से भारत सरकार क्रूड ऑयल खरीदती है। उन्होंने बताया कि यहां से कृषि एवं निजी क्षेत्र में निवेश की काफी सम्भावना है। बु्रनेई में तैनात भारत की उच्चायुक्त नगमा एम0 मलिक ने कहा कि यह एक आर्थिक रूप से सम्पन्न देश है। यहां से सूचना प्रौद्योगिकी, कृषि प्रसंस्करण आदि में काफी निवेश हो सकता है। उन्होंने कहा कि ब्रुनेई में हस्तशिल्प की भी बहुत बड़ी सम्भावना बनती है। उत्तर प्रदेश इस मामले में निर्यात की पहल कर सकता है। उन्होंने कहा कि सितम्बर में वाराणसी में इस सम्बन्ध में एक प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है।
जॉर्डन में भारत की राजदूत शुभदर्शनी त्रिपाठी ने कहा कि इस देश से गैर परम्परागत ऊर्जा क्षेत्र में काम करने की काफी सम्भावना है। उन्होंने कहा कि यहां ताज को प्रमोट करके पर्यटन को बढ़ावा देने एवं विश्वविद्यालयों के साथ सम्बन्ध स्थापित कर काफी लाभ उठाया जा सकता है। तैपे एसोसिएशन में भारत के प्रबन्ध निदेशक मनीष चौहान ने कहा कि यहां से सूचना प्रौद्योगिकी आदि क्षेत्र में व्यापार की काफी सम्भावना है।
इस मौके पर बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन, राजनैतिक पेंशन मंत्री राजेन्द्र चौधरी, विधान परिषद के सदस्य मधुकर जेटली, मुख्य सचिव आलोक रंजन, प्रमुख सचिव सूचना नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव वन संजीव सरन सहित कई अधिकारी उपस्थित थे !
@शाश्वत तिवारी