लखनऊ- उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव में बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने परचम लहराया है, उसके तीनों प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है बीएसपी से अतर सिंह राव, दिनेश चंद्र और सुरेश कश्यप प्रथम वरीयता के मतों में चुनाव जीत गए हैं। वहीं सत्ताधारी समाजवादी पार्टी (सपा) के आठों प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है।
विधान परिषद चुनाव का दिलचस्प पहलू यह रहा है कि समाजवादी पार्टी के तीन विधायकों द्वारा क्रॉस वोटिंग कर बीजेपी को बढ़त नहीं दिला पाये।
सपा के तीन विधायकों के क्रॉस वोटिंग करने के बावजूद बीजेपी को इस चुनाव में करारा झटका लगा है। विरोधी खेमे के इन चार विधायकों को वोट मिलने के बाद भी बीजेपी के प्रत्याशी दयाशंकर सिंह चुनाव हार गए हैं, उन्हें केवल 23 वोट मिले हैं।
वहीं सपा के आठों प्रत्याशियों ने एमएलसी चुनाव में जीत दर्ज की है। यशवंत सिंह, बुक्कल नवाब, रामसुंदर दास निषाद, बलराम यादव, जगजीवन प्रसाद, शतरूद्र प्रकाश, कमलेश पाठक और रणविजय ने एमएलसी चुनाव में जीत दर्ज की है, तो वहीं विधान परिषद चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी दीपक सिंह चुनाव जीत गए है, लेकिन बीजेपी के दयाशंकर चुनाव हार गए है। बीजेपी के भूपेंद्र सिंह चौधरी चुनाव जीते गए हैं।
यूपी-इन विधायकों पर लगा क्रॉस वोटिंग का आरोप
चर्चा है कि बुलंदशहर से सपा विधायक गुड्डू पंडित और मुकेश शर्मा ने क्रॉस वोटिंग की है। यह दोनों बीजेपी विधायक संगीत सोम के साथ वोट करने जाते दिखे। कादीपुर से सपा विधायक रामप्रसाद चौधरी पर भी क्रॉस वोटिंग का आरोप लगा है। रामपाल यादव ने क्रॉस वोटिंग की।
उन्होंने कहा कि सपा के एक दर्जन से ज्यादा विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है। गुड्डू पंडित ने मीडिया से कहा है कि मेरे सिर पर कोई गन रखेगा तो क्या मैं डर जाऊंगा। कोई मेरे ऊपर दबाव डालेगा तो मैं खामोश नहीं बैठूंगा। उन्होंने कहा कि जो किया अपनी बुद्धि से काम किया है। सपा के रामपाल यादव ने पार्टी से खुली बगावत का एलान कर रखा है। लखनऊ मध्य से विधायक रविदास मेहरोत्रा, सरोजनी नगर से विधायक शारदा प्रताप शुक्ल के बारे में भी क्रॉस वोटिंग करने की चर्चा है। बताया जा रहा है कि दोनों का आगामी चुनाव में टिकट कट रहा है।
यही वजह है की दोनों क्रॉस वोटिंग कर रहे हैं। बीएसपी के चार और कांग्रेस के तीन विधायकों पर भी क्रॉस वोटिंग के आरोप लगे हैं। हालांकि अभी तक किसी की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। जबकि सपा के कैबिनेट मंत्री ने यह बयान जरूर दिया कि क्रास वोटिंग करने वाले विधायको को बाहर का रास्ता दिखाया जायेगा।
बता दें राज्य विधान परिषद चुनाव के लिए सपा ने आठ, बसपा ने तीन भाजपा ने दो और कांग्रेस ने एक उम्मीदवार को मैदान में उतारा था. एमएलसी के लिए सपा प्रत्याशी के तौर पर यशवंत सिंह, बुक्कल नवाब, रामसुंदर दास निषाद, बलराम यादव,जगजीवन प्रसाद, शतरूद्र प्रकाश, कमलेश पाठक और रणविजय मैदान में थे। जबकि बसपा के अतर सिंह राव, दिनेश चन्द्र और सुरेश कश्यप, भाजपा के भूपेन्द्र चौधरी और दयाशंकर सिंह और कांग्रेस के दीपक सिंह अपनी किस्मत आजमा रहे थे।
रिपोर्ट- @शाश्वत तिवारी