कराची- कव्वाल और सूफियाना संगीत के बड़े नाम अमजद साबरी की हत्या पर पाकिस्तान स्तब्ध है। इस हत्या पर देश के कलाकारों का गुस्सा फूट पड़ा है। पाकिस्तान में प्रदर्शन हो रहे हैं। जनता सड़कों पर है। तालिबान आतंकवादियों ने पाकिस्तान के बेहतरीन कव्वालों में शुमार अमजद साबरी की बुधवार को गोली मारकर हत्या कर दी थी। रूह को छू देने वाली सूफी गायिकी के लिए उन्हें जाना जाता था।
अब्बासी शहीद अस्पताल के डाक्टर ख़ालिद ने बीबीसी के रियाज़ सुहैल को बताया कि साबरी को अस्पताल में मुर्दा हालत में लाया गया था ! रियाज़ सुहैल के मुताबिक़ साबरी सफ़ेद रंग की कार में सफ़र कर रहे थे जब एक फ़्लाईओवर के पास किसी ने उनपर गोलियां चलाईं !
टीवी पर दिखाई जा रही फुटेज के मुताबिक़ गाड़ी के विंडस्क्रीन में तीन गोलियों के निशान दिख रहे हैं ! पुलिस का कहना है कि घटनास्थल से तीस बोर की राइफ़ल की गोलियों के खोखे मिले हैं !
वो मशहूर क़व्वाल ग़ुलाम फ़रीद साबरी के बेटे थे ! किसी ने अभी तक इस हमले की ज़िम्मेदारी नहीं ली है ! साबरी पाकिस्तान के जाने माने सूफी कव्वाली गायकों में से हैं ! उन्होंने पाकिस्तान और भारत में भी कई शो किए हैं !
प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने हमले की निंदा करते हुए अधिकारियों को दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया। सिंध सेंसर बोर्ड के प्रमुख फकरे आलम ने ट्विटर पर लिखा कि साबरी ने सुरक्षा के लिए आवेदन दिया था लेकिन गृह विभाग ने उसपर कार्रवाई नहीं की। विपक्षी दलों के नेताओं ने साबरी की हत्या को कराची में न्याय व्यवस्था को सुचारू रूप से लागू करने में प्रांतीय सरकार की घोर असफलता करार दिया है।
गायक राहत फतह अली खान ने एआरवाई न्यूज से कहा, ‘ये क्या हो रहा है हमारे मुल्क में? खुदा के लिए लोगों को बचाएं। इतने बड़े कलाकार का मर्डर हो गया।’ पत्रकार मेहर तरार ने इसे दुखद घटना बताया। उन्होंने कहा कि अब लोग बहुत ज्यादा इस तरह के हमलों पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं। लोगों में बहुत ज्यादा गुस्सा पैदा हो गया है। [एजेंसी]