अमेठी- कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने एक चुनावी सभा में ‘जहर की खेती’ का जुमला बोलकर कभी सियासी हलचल पैदा क़र दी थी। लेकिन आज अमेठी के धरती पर इस जुमले ने वास्तविक रूप धारण क़र अमेठी के युवाओ के नसों में नीला जहर भर रहा है।
जीहां ड्रग्स तस्करो और नशे के कारोबारियो ने कांग्रेसी गढ़ माना जाने वाले जनपद अमेठी को मानो अपना ‘स्टॉकपॉइंट’ बना लिया। नशे का कारोबार यूँ तो पूरे यूपी में फैला है लेकिन अब तो अमेठी में जगदीशपुर, मुसाफिरखाना, गौरीगंज और अलीगंज मुख्यरूप से चरस, अफीम, इस्पास्मो कैपसूल सहित गांजा के कारोबार का माकूल केंद्र बना हुआ है।
लोगो का आरोप है कि इस मामले में पुलिस सब कुछ जानते हुए भी अनजान बनी हुई है। जब कि बड़ी संख्या में युवा नशे की लत से बर्बाद हो रहे है।
सूत्रो की माने तो अमेठी के जगदीशपुर से पड़ोसी जनपदों में भी नशे की भारी खेप भेजी जाती है। जहाँ किन्हीं समय पर पुलिस छापेमारो के दौरान एक दो को पकड़ कर अपने कर्तव्यों से इति श्री कर लेतीं है जबकि नशे का काला कारोबार जनपद बदस्तूर जारी है । जहां नशा खोरी के कारण नवयुवक विभिन्न प्रकार के बीमारियो से ग्रसित हो रहे है ।
लोगो की माने तो बिहार में शराब बन्दी अभियान के कारण अमेठी में नशीली दवा के सौदागरों की सक्रीयता लगातार बढ़ रही है और ये धंधा बराबर फल फूल रहा है। जहाँ इसका कारोबार लगभग करोडो रू का काँटे को छू रहा है ।
जहाँ कभी पंजाब में अमेठी से सांसद राहुल गाँधी ने पंजाब में बढ़ती नशा खोरी को लेकर चिन्ता जताकर विपक्ष को इसका ज़िम्मेदार बताया था। वही आज अमेठी में नशे का काला कारोबार जिस तरह से तेजी के साथ फैल रहा है। ये कहना गलत नही होगा कि आने वाले वक्त में अमेठी, पंजाब को पछाड़कर अव्वल नम्बर पर आ जायेगा।
बोले जिम्मेदार-
इस मामले को लेकर जब सीओ अमेठी सुमित शुक्ला से बात की गयी तो उन्होंने बताया समय समय अभियान चलाकर संदिग्ध स्थानो झापेमारी की जा रही है पुलिस इस मामले को गंभीर है ।
रिपोर्ट @राम मिश्रा