सूरत- करीब 9 महीने के बाद पाटीदार आरक्षण के अगुआ हार्दिक पटेल से सूरत जेल से रिहा हो गए। इसको देखते हुए प्रशासन ने सूरत में सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर दिए हैं और धारा 144 लागू कर दी है। जेल से रिहा होने के बाद हार्दिक पटेल ने कहा है कि वह पूूरे देश का दौरा करेंगे। साथ ही उनके समर्थकों व परिवार के सदस्यों ने सूरत जेल के बाहर आतिशबाजी और नारेबाजी करके हार्दिक पटेल का स्वागत किया। अब 48 घंटों के भीतर हार्दिक को गुजरात से बाहर जाना होगा| वहीं समाज के लोग आज एक बड़ा रोड शो कर रहे हैं|
हालांकि हार्दिक को अगले छह महीने गुजरात के बाहर बिताने होंगे, क्योंकि शुक्रवार को हाईकोर्ट ने हार्दिक को देशद्रोह के दो मामलों में इसी शर्त पर जमानत दी थी| हार्दिक के वकील जुबिन भारदा ने कहा कि वह सभी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद कुछ दिन में जेल से बाहर आने वाले हैं| अभी यह पता नहीं चल पाया है कि हार्दिक अगले छह महीनों के दौरान कहां रहेंगे|
राज्य सरकार ने हार्दिक के आवेदन का विरोध नहीं किया
न्यायमूर्ति पीपी भट्ट ने हार्दिक की जमानत उस समय मंजूर की थी जब राज्य सरकार ने उनके आवेदन का विरोध नहीं किया| पाटीदार समुदाय के सदस्यों ने हार्दिक को जमानत मिलने की खबर का स्वागत किया|
कांग्रेस ने संभावित रिहाई को ‘लोकतंत्र के लिए अच्छा’ बताया, जबकि सत्तारूढ़ बीजेपी ने कहा कि उनकी जमानत का विरोध नहीं करने के उसके फैसले के कारण वह जेल से बाहर आ पाएंगे और उन्हें आंदोलन के आपसी सहमति वाले समाधान की उम्मीद है|
मेहसाणा में मामले की सुनवाई पूरी होने तक हार्दिक नहीं जाएंगे
हालांकि अदालत ने शर्त लगाई है कि हार्दिक विसनगर कस्बे के जिले मेहसाणा में मामले की सुनवाई पूरी होने तक घुस नहीं पाएंगे| अदालत ने यह भी कहा कि हार्दिक नौ महीने बाद इस शर्त में संशोधन का अनुरोध कर सकते हैं और अदालत उस समय उनके आचरण के आधार पर उचित आदेश पारित करेगी|
पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के नेता 22-वर्षीय हार्दिक अभी सूरत की लाजपुर जेल में बंद हैं| वह अक्टूबर, 2015 में गिरफ्तार हुए थे| उन्होंने अपने पाटीदार समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन का नेतृत्व किया था| हार्दिक पर पटेलों को ओबीसी आरक्षण की मांग स्वीकार करने के लिए सरकार पर दबाव बनाने के लिए हिंसा भड़काने का आरोप है|