अंकारा : तुर्की में तख्तापलट की साजिश भले ही नाकाम हो गई हो, लेकिन अराजकता का माहौल बना हुआ है। इस बीच भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट कर तुर्की में रह रहे भारतीय नागरिकों को हालात स्पष्ट होने तक सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचने की सलाह देते हुए घरों में ही रहने की सलाह दी है। भारतीय नागरिक ज्यादा जानकारी के लिए अंकारा में +905303142203 और इस्तांबुल में +905305671095 पर संपर्क कर सकते हैं।
सरकारी समाचार चैनल टीआरटी का प्रसारण बंद हो गया है। रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि तुर्की में संसद भवन के पास टैंकों ने गोले दागे।
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ट्वीट कर कहा है कि वे तुर्की की चुनी हुई सरकार के साथ खड़े हैं। तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन अंडरग्राउंड हो गए हैं। अफवाहें यह भी थीं कि उन्होंने जर्मनी से शरण मांगी है। मालूम हो, रैचेप तैयाप एर्दोआन तुर्की के पहले ऐसे राष्ट्रपति हैं, जो तुर्की की जनता द्वारा 2014 में सीधे चुने गए थे। राष्ट्रपति बनने के पहले वे प्रधानमंत्री भी रह चुके हैं।
इससे पहले प्रधानमंत्री बिनअली यिलदरिम ने एनटीवी टेलीवीजन को बताया, ‘हां यह सही है कि यहां (तख्तापलट की) ऐसी कोशिश की गई। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लोगों द्वारा चुनी गई सरकार अब भी सत्ता में है। यह सरकार तभी हटेगी, जब लोग उसे कहेंगे।
एर्दोग़ान ने वीडियो संदेश में कहा, “मैं देश की जनता से सड़कों पर उतरने का आह्वान कर रहा हूं। आओ, इन्हें सबक सीखाएं। मुझे नहीं लगता कि तख्तापलट की यह कोशिश सफल होगी। इतिहास में तख्तापलट की कोई भी साजिश सफल नहीं हुई।”
एनटीवी की रिपोर्ट में कहा गया है कि आतंरिक सुरक्षा की देखरेख करने वाली तुर्की सेना की टुकड़ी गेंदार्मेरी ने इस्तांबुल को यूरोप और एशिया से जोड़ने वाले बॉसफोरस और फतीह पुल को बंद कर दिया। एएफपी ने स्थानीय मीडिया के हवाले से बताया कि इस्तांबुल में अतातुर्क एयरपोर्ट के बाहर सैन्य टैंकों को तैनात किया गया है।
वहीं इस बीच रॉयटर्स के मुताबिक, सरकारी समाचार चैनल टीआरटी का प्रसारण बंद हो गया है। रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि तुर्की में संसद भवन के पास टैंकों ने गोले दागे और इस्तांबुल एयरपोर्ट पर गोलीबारी की आवाज सुनी गई। वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि तुर्की के सैन्य मुख्यालय के सामने एम्बुलेंसों को देखा गया।