नई दिल्ली- लोकतंत्र में सबसे जरूरी होता है नेता का जनता से सीधा सरोकार। आम जनता से सीधा संवाद स्थापित करने की राजनीतिक रवायत यूं तो काफी पुरानी है, लेकिन मौजूदा कुछ सालों में लगभग खत्म सी हो चुकी इस रस्म को आम आदमी पार्टी फिर से जिंदा करती नजर आ रही हैं।
टॉक तो ए क में सोशल मीडिया के साथ साथ आप फोन के जरिए भी सीधे-सीधे केजरीवाल से सवाल पूछे गए। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जनता से सीधा संवाद करना जरुरी है। बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए सरकारी स्कूल में 8000 क्लास रूम और 100 नए स्कूल बनवाए गए हैं। हम गरीब से गरीब बच्चों को एक अच्छा भविष्य देना चाहते हैं।
मैं देश के कई राज्यों में जाता रहता हु (गुजरात, गोआ, मध्यप्रदेश, पंजाब) सरकारी स्कूल की हालात बहुत ख़राब है,स्कूल में शौचालय न होने के कारन लड़कियों को परेशानी होती है। दिल्ली में हमने सबसे पहले सरकारी स्कूल के शौचालय ठीक कराये।
जिस-जिस स्कूल ने फीस बढ़ाने की कोशिश की हमने उसपे रोक लगाई नो डिटेंशन पालिसी जिसमे 9वीं तक बच्चे पास होते जाते थे, हमारे देश के एजुकेशन सिस्टम के लिए खतरा है। मेरी केंद्र सरकार से गुजारिश है की स्कूल में नो डिटेंशन पालिसी को ख़त्म किया जाए।
दिल्ली में आम आदमी के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए मुहल्ला क्लिनिक्स बनाए गए।केंद्र सरकार से गुजारिश है कि वो आम जनता के लिए सभी सरकारी अस्पतालों में दवाइयां मुफ्त कर दे।
अगर किसी गरीब के पास पैसे नहीं है तो क्या उसे पानी नहीं मिलेगा? इसीलिए हमने हर घर में 20,000 लीटर पानी मुफ्त किया। किसानों के लिए भूमि अधिग्रहण का रेट 3 करोड़ से 4 करोड़ कर दिया।
किसानों को लोन से मुक्त करने के लिए स्वमिन्थान रिपोर्ट का काम शुरू करने का आग्रह। देश में दालों की कीमतों में आग लगी हुई है।
काम तो हो रहे हैं मगर केंद्र की तरफ से अगर बाधाएं न हो तो काम और अच्छे से हो जाएं। 8 महीने से जन लोकपाल बिल केंद्र सरकार के पास जो अभी तक पास नहीं हुआ। लोकतंत्र संवाद से चलती है, तानाशाही से नहीं।
ACB का काम अब हमारे अधिकारियो को तंग करना रह गया है। दिल्ली के अन्दर अच्छी governance के बारे में पूरी दुनिया को बताना ज़रूरी है।क्यूंकि यहां अलग-अलग राज्य और देशों के लोग रह रहे हैं।पहली बार ऐसा हो रहा है के सरकार में करप्शन को लेकर जीरो टोलरैंस हो रहा है।
प्रधानमंत्री की नज़र में 31 मुख्यामंत्रियो में से सिर्फ एक ही भ्रष्ट है, वो हूं मैं। केंद्र मुझसे नहीं, मेरी इमानदारी से डरती हैं।ये आजादी की दूसरी लड़ाई है।
अगर जांच में राजेंद्र जी गलत साबित होते है तो मैं कहता हूं के उन्हें छोड़ना मत। में यह दावा कर सकता हूं कि आज हमारी जगह कोई और सरकार होती तोह राजेंद्र जी को कोई न पकड़ता। मध्यप्रदेश में व्यापम जैसा बड़ा घोटाला हुआ पर उस पर सीबीआई की रेड नहीं होती।
आम आदमी पार्टी मध्यप्रदेश द्वारा
भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, सागर, सतना, सीधी, छत्तरपुर आदि 25 जिलो में इलेक्ट्रॉनिक मोबाइल वैन से जनता को सीधा प्रसारण दिखाया।