अहमदाबाद : देश के दो सूबे गुजरात और उत्तर प्रदेश इस समय चर्चा के केंद्र में हैं। दोनों प्रदेशों में दलित समुदाय का मुद्दा छाया हुआ है। इन सबके बीच नेिशाने पर केंद्र सरकार है। गुरुवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के ऊना दौरे के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल शुक्रवार को पीड़ित दलित युवकों और उनके परिवार से मिलेंगे।
सुबह 11.30 ऊना के समढियाला गांव में पहुंचेंगे जहां वारदात हुई थी और पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेंगे। दोपहर 1 बजे राजकोट पहुंचेंगे। केजरीवाल की बीते एक पखवाड़े की भीतर यह गुजरात की दूसरी यात्रा होगी। इससे पहले वह नौ जुलाई को सोमनाथ मंदिर गए थे। दलित युवकों की पिटाई वाला वीडियो सोशल मीडिया पर आने के बाद पूरे देश में दलित उत्पीड़न को लेकर बहस तेज हो गई है।
इससे पहले गुरुवार को ‘आप’ प्रवक्ता आशुतोष ने एक संवाददाता सम्मेलन में केजरीवाल का वीडियो संदेश जारी किया। इसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री ने दलित युवकों से आग्रह किया है कि वे आत्महत्या न करें। उन्होंने कहा कि गुजरात में दलित समुदाय के युवकों को इतनी बुरी तरह पीटा गया कि इसने लोगों की आत्मा तक को झकझोर दिया है। इस वीडियो को देखने वाले इस पर सवाल कर रहे हैं। केजरीवाल ने कहा, ‘और यह सिर्फ दलित समुदाय के साथ नहीं हो रहा। ऐसा लगता है कि यहां की सरकार अन्य समुदाय के लोगों को भी दबाने की कोशिश कर रही है।’
केजरीवाल ने कहा, ‘जब मैं यहां कारोबारियों से बात करता हूं तो वे कहते हैं कि उन्हें फोन आते हैं कि यदि आपने ऐसा किया तो आपकी हत्या कर दी जाएगी।’
उन्होंने कहा कि गुजरात की भाजपा सरकार अपनी पुलिस का इस्तेमाल कर लोगों को डरा रही और पीट रही है, जिससे उनके मन में खौफ पैदा हो रहा है। मेरा मानना है कि गुजरात में सभी को साथ आना चाहिए। दलितों, पाटीदारों, कारोबारियों, सभी को साथ आने और इस दमन के खिलाफ खड़े होने की जरूरत है। पूरा देश आपके साथ है।
इससे पहले ऊना में दलितों की पिटाई के बाद गुरूवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी वहां जाकर पीड़ितों से मिले। पीड़ितों से मिलने के बाद राहुल मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि युवकों की पिटाई निर्ममता से की गई है। पीड़ितों ने कहा है कि मोदी जी के गुजरात में हमें मारा-पीटा जाता है। मोदी जी के गुजरात में दलितों को दबाया जाता है।
गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल बुधवार को पीड़ितों के गांव पहुंचकर उनके घरवालों से मिलीं। पीड़ितों के परिजनों से बातचीत करने के बाद आनंदीबेन ने दावा किया कि गांव के सभी 25 दलित परिवार इस मामले में सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से संतुष्ट हैं।
जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव के नेतृत्व में पार्टी सांसदों का एक दल 23 जुलाई (शनिवार) को ऊना जाकर दलित पीड़ितों से मुलाकात करेगा। इससे पहले जदयू ने प्रधानमंत्री से इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ेंने की मांग की। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य और केंद्र दोनों सरकार दलितों को सुरक्षा देने में नाकाम साबित हुईं हैं।