इंसान के खून में कई बीमारियों के बायोमार्कर्स (निशान) होते हैं। ये निशान बहुत छोटी मात्रा में मौजूद हो सकते हैं और उनकी जाँच के लिए खून के नमूने को लैब में भेजा जाता है, जिसमें कई घंटे या कुछ दिन भी लग जाते हैं।
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लेकिन अब स्मार्टफोन की मदद से यह काम कुछ मिनटों में हो सकता है। इसके लिए खून के नमूने लेकर इसे एक टेस्ट स्ट्रिप में डाला जाता है, फिर इसे एक बॉक्स में डाला जाता है।
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अब इस बॉक्स को एक स्मार्टफोन से जोडा जाता है, जिसमें मैग्निफाइंग लेंस और एलईडी बल्ब लगा होता है। इस स्ट्रिप में कुछ बूंद लिक्विड डाली जाती है, जो खून के नमूने को साफ कर देता है और इसमें केवल वो निशान रह जाता है, जिसमें बीमारियों से जुड़ी जानकारी होती है।
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अब एलईडी लाइट और मैग्निफाइंग ग्लास की मदद से देखा जाता है कि स्ट्रिप पर किस तरह के निशान हैं। ब्रिटेन के लगबॉरो यूनिवर्सिटी के लेक्चरर डॉ। नूनो रीस कहते हैं, “हम उदाहरण के लिए हार्ट एटैक के मामलों को ले सकते हैं।
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पहले सीने में दर्द की जाँच में कई घंटे लगते थे, लेकन अब आप यह काम जल्दी से कर सकते हैं।” उनके मुताबिक स्मार्टफोन एक बेहतरीन चीज है, जो लैब की बड़ी-बड़ी मशीनों का काम कर सकता है।
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