खंडवा- म.प्र. के शिक्षा विभाग में इस साल ट्रांसफर नहीं होंगे। स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह ने कहा कि बहुत जरुरी अपवाद को छोड़कर अब शिक्षकों के ट्रांसफर करना उचित नहीं है, क्योकि समय बहुत बीत चुका है और इस समय ट्रांसफर किये जाते है तो बच्चों की पर इसका बुरा प्रभाव पढ़ेगा।
प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह ने खंडवा में शिक्षा विभाग के अधिकारीयों की बैठक ली और कहा कि अगले साल से शिक्षकों की ड्रेस तय हो जाएगी इसके लिए नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फैशन टेक्नोलॉजी [NIFT] को ड्रेस ( एप्रिन ) का कलर और डिजाईन तय करने का काम दिया है। शिक्षकों का सम्मान समाज में बढ़ाने के लिए सभी आवश्यक प्रयास किये जा रहे है। इसी क्रम में शिक्षकों को डयूटी के समय एप्रिन पहनने के आदेश जारी किये गये है। एप्रिन पर शिक्षकों को नेमप्लेट भी लगाना होगी, इस नेमप्लेट पर शिक्षकों के नाम के पहले ‘‘राष्ट्र निर्माता‘‘ लिखवाया जायेगा। साथ ही शिक्षकों की एप्रिन की डिजाईन व रंग तथा स्कूलों में बच्चों के गणवेश के डिजाईन व रंग का निर्धारण नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ फेषन टेक्नोलोजी भोपाल से करवाया जा रहा है, जिससे षिक्षकों के एप्रिन व विद्यार्थियों के गणवेश आकर्षक लगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी स्कूलों में एक ही रंग व डिजाईन की गणवेश निर्धारित की जायेगी।
विजय शाह ने सोमवार को सर्किट हाउस में शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर उन्हें निर्देश दिए कि शिक्षा की गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाये तथा विद्यार्थियों को सभी आवष्यक सुविधाएं समय पर उपलब्ध कराई जाये। उन्होंने बैठक में निर्देश दिए कि जिला शिक्षा अधिकारी एवं खण्ड स्तरीय शिक्षा अधिकारी व जनशिक्षक स्कूलों का नियमित निरीक्षण करें।
साथ ही उन्होंने जिले में शिक्षा का हाल जाना और ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूली बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने में आ रही कठनाइयों के लिए 20 किलोमीटर के दायरे में आने वाले गाँवो के सभी कम बच्चों वाले स्कूलों को मिलाकर एक बड़ा स्कूल बनाने की बात कही। मंत्रीजी ने खंडवा में एक करोड़ रु की लागत से ई-लायब्रेरी बनाने और संभाग स्तर पर चार करोड़ की ई-लायब्रेरी बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि खण्डवा जिले के लिए स्कूली शिक्षा विभाग द्वारा 1 करोड़ रूपये लागत की ई-लायब्रेरी स्थापित की जायेगी जिसमें 50 लाख रूपये लागत से भवन निर्मित होगा एवं शेष 50 लाख रूपये लागत के उपकरण उपलब्ध कराये जायेंगे। इस ई-लायब्रेरी के बनने से शिक्षकों, विद्यार्थियों व आम नागरिको को नाम मात्र के शुल्क पर देश विदेश की जानी मानी पुस्तके अध्ययन के लिए इंटरनेट के माध्यम से सुलभ होगी।
शिक्षा विभाग में शिक्षकों के ट्रांसफर को लेकर उन्होंने साफ़ कर दिया कि इस साल शिक्षकों के ट्रांसफर नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि बहुत समय बीत गया है शिक्षको के ट्रांसफर होने से बच्चों की शिक्षा प्रभावित होगी । उन्होंने कहा कि जरुरी होने पर मुख्यमंत्री की अनुशंसा पर हो सकेगा।
विजय शाह ने कहा कि अगले वर्ष से शिक्षक राष्ट्र निर्माता कहलाएगा और उसका एक आकर्षक ड्रेस गेट-अप होगा। शिक्षकों की ड्रेस या एप्रिन के लिए नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फैशन टेक्नालॉजी (NIFT) को यह काम सौपा है। कलर और डिजाइन NIFT ही तय करेगा।