बुलंदशहर- उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर नेशनल हाईवे गैंगरेप मामले का मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से फ़रार है। वहीं सोमवार को कोर्ट ने गैंगरेप के तीन आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इन तीनों को रविवार को गिरफ्तार किया गया था, पीड़ितों ने इनमें से दो की पहचान भी कर ली है। वहीं इस मामले में गिरफ्तार हुए तीसरे आरोपी के समर्थन में बुलंदशहर के स्थानीय लोगों ने मार्च निकाला। उनका आरोप है कि इस मामले एक स्थानीय शख्स को पुलिस ने गलत तरीके से फंसाया है।
उधर, बुलंदशहर गैंगरेप का पीड़ित परिवार सामने आया है। पीड़ित लड़की के पिता ने बताया कि पूरा वाकया कैसे हुआ और अगर उन्हें 3 महीने में इंसाफ़ नहीं मिला तो वह अपनी पत्नी और बेटी के साथ खुदकुशी कर लेंगे।
वहीं इस मामले को लेकर सियासत भी गरमाने लगी है। यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सीएम अखिलेश यादव से इस्तीफे की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर वो क़ानून-व्यवस्था नहीं संभाल सकते तो इस्तीफ़ा दें।
गौरतलब है कि महिला शुक्रवार रात अपने परिवार के साथ शाहजहांपुर से आ रही थीं। बुलंदशहर में एंट्री करते ही किसी ने उनकी कार को लोहे की रॉड से पीटना शुरू कर दिया। जैसे ही चालक ने गाड़ी रोकी, वैसे ही बंदूक की नोक पर पांच लोग उन्हें बंधक बनाकर ले गए। बुलंदशहर के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि परिवार के साथ लूटपाट की गई। आदमी को बांध दिया गया। 35 साल की महिला और उसकी बेटी को दूर तक घसीटकर ले गए और उनके साथ तीन घंटे तक गैंगरेप किया। काफी समय बाद करीब 5.30 मिनट पर इन्हें पुलिस ने ढूंढा।