उज्जैन- मध्यप्रदेश के उज्जैन में मदरसों ने मिड डे मील का खाना लेने से मना कर दिया है। उनके प्रशासन की तरफ से तर्क दिया जा रहा है कि वह खाना हिंदू लोगों द्वारा बनाया जाता है इसलिए वह उसे नहीं लेना चाहते।
दरअसल, यहां परेशानी हिंदू लोगों द्वारा खाना बनाने पर नहीं बल्कि इस बात से है कि खाने को स्टूडेंट्स को देने से पहले हिंदू भगवानों को उसका भोग लगाया जाता है। प्रशासन के लोगों का कहना कि वे ऐसे पूजा-पाठ करके दिया गया खाना ना तो खुद खाएंगे और ना किसी स्टूडेंट को खाने देंगे। मदरसों और मिड डे मील देने वाली कंपनी की इस लड़ाई के बीच बच्चों के माता-पिता टेंशन में हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा कि वे क्या करें।
इस्कॉन मंदिर द्वारा दिया जाता था खाना
मदरसों को अबतक यह खाना इस्कॉन मंदिर द्वारा दिया जा रहा था। लेकिन जुलाई 2016 में उनका टेंडर खत्म हो गया था और अब BRK Foods and Ma Parvati Foods नाम की कंपनी द्वारा खाना दिया जाना था लेकिन मदरसों ने इसे भी लेने से मना कर दिया। BRK Foods and Ma Parvati Foods लगभग 315 स्कूलों को खाना देता है। इसमें से 56 मदरसों ने खाना लेना बंद कर दिया है।