आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) ने जिस तरह खुद को इस्लाम का रक्षक बताते हुए दुनिया भर में दहशत फैलाई है उसका दूसरा रूप सामने आया है। ताजा पड़ताल में पता चला है कि ISIS के ज्यादातर आतंकी इस्लाम के बारे में ज्यादा कुछ नहीं जानते।
न्यूज एजेंसी एपी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2013 से 2014 के बीच ISIS ज्वाइन करने सीरिया पहुंचे करीब 4030 विदेशी युवकों में के दस्तावेजों के आधार पर आंकड़े जुटाए गए। इनमें से करीब 70 फीसदी युवकों ही इस्लाम के बारे में बेसिक जानकारी रखते थे। जबकि महज 5 फीसदी ही बेतहर जानकारी रखने वालों की कैटेगरी में रखे गए थे और सिर्फ पांच फीसदी ऐसे थे, जिन्हें कुरान की लाइनें याद हैं।
इस्लामिक स्टेट ने नए भर्ती किए गए आतंकियों की जानकारी को नजरअंदाज करते हुए खुद को इस्लाम के ब्रांड के तौर पर पेश करने की कोशिश जारी रखी है। स्टडी में यह भी कहा गया है कि ज्यादातर युवा इस्लाम से प्रभावित हैं या उन पर थोड़ा बहुत असर है।
जांच के दौरान पता चला कि एक लिस्ट में ISIS के चंगुल में फंसे 10 में 9 युवक फ्रांस के एक शहर के थे। इनमें से एक युवक करीम मोहम्मद अग्गद अपने भाई के साथ 2013 में सीरिया गया था। कुछ महीने बाद उनमें से सात लोग फ्रांस लौटे तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। करीम ने बताया कि वह एक आतंकी की बातों में उलझकर सीरिया पहुंच गया था। उसने कहा कि सिर्फ मुझे फंसाने के लिए इस्लाम का इस्तेमाल किया गया। इसके अलावा उनका इस्लाम से लेना-देना ज्यादा नहीं है। [एजेंसी]