बैटमिंटन स्टार पीवी सिंधु ने रियो ओलिंपिक में सिल्वर मेडल जीतने के लिए विदेशी भूमि में निश्चित रूप से कड़ी टक्कर दी। उधर, देश में तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के बीच भी ऐसा ही कांटों का मुकाबला चल रहा है। मुकाबला इस बात का कि कौन सिंधु को कितना पुरस्कार देता है।
मगर, इस मुकाबले में बैडमिंटन स्टार का जबरजस्त फायदा हो रहा है। तेलंगाना सरकार ने घोषणा कि वह पांच करोड़ रुपए का नगद पुरस्कार के साथ ही हैदराबाद में 1000 स्क्वायर यार्ड जमीन और नौकरी देंगे।
राव ने यह घोषणा भी की है कि सिंधु के कोच पुलेला गोपीचंद को उनकी बैटमिंटन एकेडमी के लिए भी एक करोड़ रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने सिंधु को तीन करोड़ रुपए पुरस्कार देने की घोषणा की थी, जिसके बाद राव ने उनसे ज्यादा पुरस्कार देने की ऐलान कर दिया।
तेलंगाना का गठन लंबे संघर्ष के बाद साल 2014 में आंध्रप्रदेश का विभाजन करके किया गया है। राव और नायडू के बीच जबरजस्त राजनीतिक शत्रुता है। राव ने कहा कि खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाने की जरूरत है।
सरकार द्वारा प्रोत्साहित किए जाने के बाद सानिया मिर्जा ने कई टूर्नामेंट्स जीते। हमें उम्मीद है कि सिंधु भी भविष्य में कई टूर्नामेंट्स में जीत हासिल करेंगी। वह 22 अगस्त को हैदराबाद आ रही हैं और कैबिनेट ने फैसला किया है कि एक बड़े रिशेप्सन के साथ उनका स्वागत किया जाएगा।
रोचक बात यह है कि सिंधु को आंध्र प्रदेश सरकार की ओर से ग्रुप 1 अधिकारी की नौकरी की पेशकश भी की गई है। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि क्या आंध्र प्रदेश भी सिंधु के लिए रिशेप्सन करेगी या नहीं। रजत पुरस्कार जीतने वाली सिंधु को करीब 13 करोड़ रुपए और कांस्य पदक जीतने वाली साक्षी मलिक को करीब पांच करोड़ रुपए पुरस्कार में मिले हैं।