नई दिल्ली- कश्मीर मसले पर दुनिया की राजनीति नई करवट ले रही है। अब इस मुद्दे पर पाकिस्तान को ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक को ऑपरेशन (ओआईसी) का साथ मिल गया है।
ओआईसी ने साफ कहा है कि कश्मीर भारत का अंदरूनी मामला नहीं है. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के बयान के मुताबिक, ओआईसी के सेक्रेटरी जनरल ने कहा है कि कश्मीर भारत का अंदरूनी मामला नहीं होकर, मानवाधिकारों के घोर उल्लंघन का अंतरराष्ट्रीय मसला है।
इधर, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को कश्मीर में अस्थिरता फैलाने से दूर रहने की चेतावनी दी है। राजनाथ ने पाकिस्तान से साफ कहा कि भारत के सब्र का इम्तिहान ले, नहीं तो बड़ी कीमत चुकानी पड़ जाएगी। भारतीय मुसलमान मुल्क की रक्षा के लिए अपने लहू की आखिरी बूंद तक बहा देगा।
दरअसल, ओआईसी इस्लामिक देशों का सबसे बड़ा संगठन है और इसके 56 सदस्य हैं। अभी ओआईसी के महासचिव अयाद अमीन मदनी फिलहाल पाकिस्तान के दौरे पर हैं।
इस्लामाबाद में प्रेस कांफ्रेस के दौरान अयाद अमीन ने पत्रकारों से कहा कि वहां के लोगों को खुद फैसला लेने का पूरा अधिकार है। इसका समाधान संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के अनुसार ही समाधान निकाला जाना चाहिए।
मदनी ने बताया कि कश्मीर की समस्या का समाधान राजनीतिक स्तर पर होना चाहिए। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को कश्मीर में हो रही कार्रवाई के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। यह दुखद है कि भारत के खिलाफ बहुत कम आवाज सामने आ रही है। ओआईसी कश्मीर मसले को सुलझाने को लेकर उत्सुक है और वह पाकिस्तान का समर्थन करता है।
दिलचस्प बात यह है कि अयाद अमीन मदनी के साथ प्रेस कांफ्रेस में विदेश मामलों पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के सलाहकार सरताज अजीज भी मौजूद थे।एजेंसी