बनारस- बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में एक 23 वर्षीय एमए हिंदी फर्स्ट एयर छात्र के साथ गैंगरेप की शर्मनाक घटना को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी जुनियर लैब असीस्टेन्ट दीपक कुमार को निलंबित कर दिया गया है। छात्र ने 16 अगस्त को लंका थाना मे रिपोर्ट दर्ज की थी ! पुलिस जांच मे लगी रही और बीएचयू प्रशासन ने 30 अगस्त को लैब सहायक को निलम्बित करने का फ़ैसला लिया !
बीएचयू कुलपति प्रो गिरीश चन्द्र त्रिपाठी ने इस मामले की जांच के लिये चिकित्सा संकाय प्रमुख प्रोo जयप्रकाश की अध्यक्षता मे तीन सदस्यो की टीम को सात दिन मे रिपोर्ट देने को कहा है ! यह घटना कहती है कि अब समाज मे पुरुष भी सुरक्षित नही है ! यह एक नयी मानसिक विकृती जन्म ले चुकी है !
बता दें कि एमए हिंदी फर्स्ट ईयर के 23 वर्षीय छात्र के साथ गैंगरेप की घटना की एफआईआर करने मे पहले पुलिस ने हीलाहवाली की लेकिन बाद में लंका पुलिस ने छात्रों के दबाव में मुकदमा दर्ज कर कीया।
कैंपस परिसर मे ही दिया गया घटना को अंजाम
पीड़ित छात्र 13 अगस्त की रात 9 बजे कैंपस से घर की तरफ जा रहा था। तभी बीएचयू के चिकित्सा विज्ञान संस्थान की माइक्रोबायलजी लैब में बतौर अटेंडेंट कार्यरत दीपक कुमार शर्मा और उसके साथ मौजूद चार अन्य सहयोगियों ने उसे जबर्दस्ती कार में खींच लिया। कार में खींचने के बाद उसको कार में रखे चाकू की नोंक पर जबरदस्ती शराब पिलाने के बाद उसे नशीला पदार्थ सुंघाकर बेहोश कर दिया गया। इसके बाद बीएचयू के सभी कर्मी बारी – बारी से उसके साथ रेप किया। रेप करने के बाद पीड़ित छात्र के प्राइवेट अंगों के जलती सिगरेट से दागा और फिर बेहोशी की हाल में उसके बीएचयू के कृषिविज्ञान संस्थान के मैदान में फेंककर फरार हो गये।
मिल रही थी जान से मारने की धमकी
पीड़ित छात्र ने मीडिया को बताया कि मुकदमा दर्ज कराने के बाद आरोपियों की ओर से उसके व उसके घरवालो को फोन पर जान से मारने की बार-बार धमकी दी जा रही थी। पीड़ित छात्र ने कहा कि परिवार वालो पर विश्र्वविघालय के लोगों की ओर से बेनामी फोन जा रहे है? जिनेक माध्यम से उसके जान से मारने की धमकी दी जा रही है फोन कर कहा गया कि नाम क्या पूछ रहे हो ? बेटा मरेगा तो मेरी ही गोली से। तुम्हारे बेटे के केस की वजह से बीएचयू को थोड़े ही बदनाम होने देंगे।