नई दिल्ली- केजरीवाल के मंत्री रहे संदीप कुमार के सेक्स स्कैंडल को लेकर दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर अन्ना हजारे ने निशाना साधा है। भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के अगुवा रहे अन्ना हजारे ने पूछा है कि क्या यही केजरीवाल का स्वराज है? अन्ना और केजरीवाल राजनीति में आने के सवाल पर ही अलग हुए थे। अन्ना ने कहा कि उन्होंने पार्टी बनाते समय ही आप कार्यकर्ता के चरित्र पर ध्यान देने को कहा था लेकिन केजरीवाल ने उनकी बात नहीं सुनी।
बता दें कि दिल्ली के रामलीला मैदान में भ्रष्टाचार के खिलाफ 9 दिन तक अन्ना ने अनशन किया था। तब मनमोहन सिंह की सरकार हिल गई थी। भ्रष्टाचार के खिलाफ लोकपाल कानून बनाने के लिए अन्ना आंदोलन का चेहरा थे तो अरविंद केजरीवाल आंदोलन के सूत्रधार होते थे।
आंदोलन खत्म हुआ तो अन्ना और केजरीवाल की जोड़ी भी टूट गई। अन्ना आंदोलन के रास्ते पर चलने पर अड़े। लेकिन केजरीवाल ने राजनीति का रास्ता चुना। पार्टी बनाई आम आदमी पार्टी और दिल्ली का चुनाव जीतकर आज दिल्ली के सीएम बने हुए हैं।
अन्ना ने केजरीवाल की राजनीति को कभी दिल से नहीं स्वीकारा। केजरीवाल जिस पार्टी की नींव रखकर पोस्टर बॉय बने थे, उसका पोस्टर बॉय संदीप कुमार बन गया है। अन्ना हजारे ने इसके लिए केजरीवाल को सीधा जिम्मेदार ठहरा दिया है।
अन्ना ने कहा, ‘’केजरीवाल ने मेरे अपेक्षाओ का भंग किया है मुझे लगाता था कि आम आदमी पार्टी लोगो को नई उम्मीद देगी लेकीन जिस तरह उनके मंत्रीओ पर आरोप लग रहे हैं उससे में बहुत दुखी हूं। ’’
केजरीवाल ने बाकी नेताओं से अलग दिखने और आम आदमी पार्टी को बाकी पार्टियों से अलग बनाने के बड़े बड़े दावे किए। लेकिन जब उनकी सरकार में मंत्री रहते हुए संदीप कुमार की सेक्स सीडी सामने आई तो आम आदमी पार्टी के चरित्र पर सवाल उठने लगे। अन्ना ने भी आप के इस चरित्र को लेकर बड़ा हमला कर दिया है।
संदीप कुमार के सेक्स स्कैंडल से पहले भी केजरीवाल के लोगों का रिकॉर्ड कोई बहुत अच्छा नहीं रहा है। कोई फर्जी डिग्री के आरोप में जेल गया तो कोई गुंडागर्दी के चक्कर में। अन्ना को याद है कि जब उन्होंने केजरीवाल से कहा था कि पार्टी में चरित्र टेस्ट का कोई पैमाना होना चाहिए।
अन्ना ने कहा, ‘’मैने पार्टी बनाते समय ही केजरीवाल को कहा था कि किस प्रकार से आप कार्यकर्ता का चरित्र अच्छा है या नहीं यह तय करोगे। लेकिन केजरीवाल ने मेरी सुनी नहीं। आज मैं देख रहा हूं कि मैंने जो बात कही थी वही आज हो रहा है। कोई भी पक्ष हो, पार्टी हो अपने आदमी चारित्र शील हैं या नहीं है ये देखना जरूरी है। ’’
केजरीवाल ने पार्टी बना ली। चुनाव जीत गए। आम आदमियों को खास बना दिया लेकिन चरित्र टेस्ट नहीं कर पाए। अन्ना की सुन ली होती तो शायद न तो ये दिन देखने पड़ते, न संदीप कुमार की सेक्स सीडी देखनी पड़ती। केजरीवाल अब सिर्फ बेचारगी ही बेच पा रहे हैं।
संदीप कुमार के विवाद के बाद भी किस्सा खत्म नहीं हुआ है। संदीप कुमार पर जब रेप के आरोप लगे तो केजरीवाल के पुराने दोस्त आशुतोष ने उसे सहमति से सेक्स का रंग देकर पर्दा डालने की कोशिश की।
फिर भी किस्सा खत्म कहां हो रहा है। आप के ही विधायक देवेंद्र सहरावत ने केजरीवाल को चिट्ठी लिखकर बड़े नेताओं पर पंजाब में टिकट के बदले महिलाओं के शारीरिक शोषण का आरोप जड़ दिया।
संदीप कुमार रोज खुद को बेकसूर बता रहा है। देवेंद्र सहरावत आरोपों के सबूत पेश नहीं कर पाएं हैं। केजरीवाल की पार्टी के नेता राजनीतिक साजिश साबित नहीं कर पा रही है। केजरीवाल की पार्टी दिल्ली से पंजाब औऱ गोवा जाने के लिए तैयार है लेकिन सेक्स स्कैंडल की दस्तक केजरीवाल के पहुंचने से पहले हो गई है। [एजेंसी]