भोपाल- तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता की अम्मा कैंटीन और ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक की आहार योजना की तर्ज पर अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी खाने की सस्ती थाली लेकर आ रहे हैं। शिवराज सिंह राज्य के गरीब लोगों के लिए महज 10 रुपए में भरपेट खाने की थाली देने की एक योजना पर विचार कर रहे हैं। इस थाली में रोटी, सब्जी, दाल, चावल और अचार शामिल होगा।
25 सितंबर को कर सकते हैं योजना की घोषणा
शिवराज ने पचमढ़ी में आयोजित भाजपा के सम्मेलन में सस्ती थाली देने का प्रस्ताव रखा था। माना जा रहा है कि राज्य सरकार की इस योजना का का शुभारंभ पं. दीनदयाल उपाध्याय की 100वीं जयंती 25 सितंबर को किया जाएगा और इसके लिए बजट ‘दीनदयाल सहकारी थाली योजना’ के तहत आवंटित किया जाएगा।
नगर निगम को दी जाएगी जिम्मेदारी
भाजपा नेता ने बताया कि स्थानीय नगर निगम को सरकार के खाद्य विभाग के साथ मिलकर अलग-अलग दुकानों के माध्यम से यह थाली उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी दी जाएगी।
प्रदेश उपाध्यक्ष अजय प्रताप सिंह ने बताया कि सरकार ने सस्ता अनाज देने के लिए अन्नपूर्णा योजना पहले से ही चलाई हुई है। उसी योजना की तर्ज पर गरीबों को सस्ता खाना देने के लिए यह योजना शुरू की जाएगी।
सस्ते खाने के पीछे की क्या है हकीकत?
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने अम्मा कैंटीन खोलकर आम जनता को सस्ते खाने की सुविधा मुहैया कराई थी। जिसके बाद से कई और राज्यों की सरकार ने सस्ती कैंटीन की सुविधा शुरू की। लेकिन सवाल ये कि आखिर इस सस्ती कैंटीन के पीछे कहीं उनका एजेंडा वोटबैंक को मजबूत करना तो नहीं होता। लगता तो कुछ ऐसा ही है।
फिलहाल जयललिता की अम्मा कैंटीन और ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक की आहार योजना की तर्ज पर अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी खाने की सस्ती थाली लेकर आने की तैयारी कर रहे हैं। भाजपा से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि शिवराज की यह योजना 2018 में होने वाले विधानसभा चुनावों की रणनीति का एक हिस्सा है। शुरुआती तौर पर यह योजना भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में लाई जाएगी।
और कहाँ है सस्ती थाली ?
इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी गरीबों और आम जनता के लिए खास कैंटीन लेकर आ चुके हैं। इन सरकारों ने की है सस्ते खाने की खास व्यवस्था आम जनता के लिए सस्ते खाने की सुविधा धीरे-धीरे अलग-अलग राज्य अपनाते जा रहे हैं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गरीबों को सस्ते खाने की सौगात देने जा रहे हैं। फिलहाल तमिलनाडु, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली के बाद अब मध्य प्रदेश भी इस तरफ अग्रसर है।
शिवराज 10 रुपये में मुहैया कराएंगे भोजन शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश में गरीब लोगों के लिए महज 10 रुपए में भरपेट खाने की थाली देने की एक योजना पर विचार कर रहे हैं।
कहाँ से आई गरीबों के लिए ये खास स्कीम ?
आइये नजर डालते हैं उन राज्यों पर जहां गरीबों के खास स्कीम के तहत सस्ती भोजन की व्यवस्था की गई है। अम्मा कैंटीन में खाने की खास व्यवस्था आम जनता के बीच सस्ते खाने की थाली लेकर सबसे पहले तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता आई। उन्होंने बेहद कम दाम में हर व्यक्ति को खाना पहुंचाने के लिए अम्मा कैंटीन की शुरूआत की। जिसमें जनता महज 20 रुपये देकर तीन वक्त खाना खा सकती है। इस योजना के तहत नाश्ते में इडली एक रुपये और पोंगल राइस 5 रुपये मिलता है। दोपहर के खाने में सांभर चावल, लेमन राइस, करी पत्ता चावल, 5 रुपये में मिलते हैं। वहीं दही चावल खाने वाले 3 रुपये में इसका लुत्फ उठा सकते हैं। रात के खाने में दो रोटी और दाल महज 3 रुपये में मिल जाता है।
केजरीवाल की आम आदमी कैंटीन जयललिता की अम्मा कैंटीन की तर्ज पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी कैंटीन की शुरूआत की। दिल्ली में गरीबों को सस्ती दरों पर खाने की सुविधा मुहैया कराने के लिए आम आदमी कैंटीन की शुरूआत की गई। जहां 5 रुपये में नाश्ता और 10 रुपये में खाना मिलेगा। इस कैंटीन का निर्धारित बजट 10 करोड़ है।
ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक लाए आहार योजना ओडिशा में आहार योजना चलाई जा रही है। 2015 में शुरू हुई इस योजना में गरीबों को सस्ते दाम पर खाना की सुविधा दी गई है। इस योजना के तहत रोजाना 60 हजार लोग खाते हैं। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने खास सौगात प्रदेश की जनता को दिया है।
अखिलेश ने की मजदूरों के लिए भोजन की खास व्यवस्था सस्ता खाना देने की मुहिम के तहत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मजदूरों के लिए खास भोजन की व्यवस्था की थी। इस स्कीम के तहत मजदूरों के लिए सिर्फ 10 रुपये में मजदूर दोपहर का खाना खा सकते हैं।