नई दिल्ली- टेलीकॉम कंपनियों के बीच चल रही प्रतिस्पर्धा के दौर में अब वोडाफोन ने अपने प्रीपेड ग्राहकों के लिए वोडाफोन फ्लेक्स लांच किया है। फ्लेक्स प्लान लेने वाले ग्राहकों को अब वॉयस, डेटा, रोमिंग व एसएमएस के लिए अलग-अलग रिचार्ज नहीं कराना पड़ेगा।
प्लान की तय अवधि के बाद अगर इसमें राशि बच जाती है तो यह अगले प्लान में ट्रांसफर हो जाएगी। वोडाफोन इंडिया के निदेशक (कमर्शियल), संदीप कटारिया ने बताया कि फ्लेक्स प्लान वोडाफोन के प्रीपेड ग्राहकों के लिए पहले से चल रहे प्लान से सस्ता होगा।
रिलायंस जियो की तरफ से मुफ्त कॉल व एसएमएस की पेशकश से उत्पन्न प्रतिस्पर्धा के बारे में उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धा अच्छी चीज है और इससे सीखने को मिलता है।
जियो से नहीं है कोई विवाद
उन्होंने अपनी प्रतिद्वंद्वी कंपनी के लिए कहा कि प्रतिस्पर्धा ऐसी होनी चाहिए, जिससे उद्योग के विस्तार में मदद मिले। कटारिया ने कहा कि जहां तक दरों का सवाल है तो दरों की मदद से कोई कंपनी लंबे समय तक खुद को खास नहीं बनाए रख सकती।
जो चीजें किसी कंपनी को खास बनाती हैं, वे हैं ग्राहकों के प्रति उसकी सेवा, उसके नए उत्पाद। जियो की तरफ से मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी) में होने वाली देरी की शिकायत के बारे में वोडाफोन ने कहा कि हमारे बीच कोई विवाद नहीं है।
फ्लेक्स लांच के दौरान जियो के बारे में पूछे जाने पर कटारिया ने यह भी कहा कि भारत में 95 फीसदी लोगों के पास 4जी सपोर्ट वाला स्मार्टफोन नहीं है।
ओम्बड्समैन के पक्ष में नहीं टेलीकॉम कंपनियां
आए दिन अपनी सस्ती पेशकश से ग्राहकों को लुभाने की कोशिश करने वाली टेलीकॉम कंपनियां नहीं चाहतीं कि उनके खिलाफ कोई उपभोक्ता सरकारी एजेंसी में जाकर शिकायत करे। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के सूत्रों के मुताबिक, टेलीकॉम कंपनियां इस बात के पक्ष में नहीं है कि टेलीकॉम कंपनियों के खिलाफ उपभोक्ताओं की शिकायत के लिए स्वतंत्र ओम्बड्समैन का गठन हो।
हाल ही में ट्राई ने ओम्बड्समैन की नियुक्ति के लिए परामर्श मसौदा जारी किया था और स्टेकहोल्डर्स से अपनी राय मांगी थी। टेलीकॉम कंपनियों के खिलाफ शिकायत करने के लिए अभी कोई स्वतंत्र एजेंसी नहीं है।
अभी टेलीकॉम कंपनियों के खिलाफ शिकायत के निपटान के लिए उपभोक्ताओं को कंपनियों के पास ही जाना पड़ता है। [एजेंसी]