पटना- बिहार में मुहर्रम को देखते हुए मंगलवार को ही हुई देवी दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन पर सियासत गरमाने लगी है। बीजेपी नेता और केन्द्रीय मंत्री गिरिराज़ सिंह ने प्रशासन के रुख पर सख्त ऐतराज़ जताते हुए सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा था। इसके बाद जदयू ने बुधवार को गिरिराज पर पलटवार किया। जदयू नेता श्याम रजक ने कहा कि कोई देशद्रोही ही बिहार की आलोचना कर सकता है।
नीतीश की भूमिका से पल्ला झाड़ा
रजक ने कहा कि गिरिराज़ सिंह के मन में अपने ही राज्य के लिए दुर्भावना है और ऐसे में पीएम नरेंद्र मोदी को विचार करना चाहिए कि गिरिराज को मंत्री बनाए रखें या नहीं। जदयू ने प्रतिमा विसर्जन में सीएम नीतीश की कोई भूमिका होने से भी पल्ला झाड़ा और सारी जवाबदेही प्रशासन के पाले में डाल दी।
केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के समर्थन में विधायक नितिन नवीन भी सामने उतर आए हैं। बीजेपी विधायक ने कहा कि प्रतिमा विसर्जन पर कोलकाता हाईकोर्ट का निर्देश गौर करने लायक था।
हिंदू संस्कृति पर चोट
इसके बावजूद सीएम नीतीश हिंदू संस्कृति पर चोट कर रहे हैं। नितिन नवीन ने कहा कि सीएम नीतीश को केवल वोट बैंक की चिंता है, जबकि गिरिराज सिंह ने बिहार की जनभावना को उठाया था।
मंगलवार को गिरिराज सिंह ने नीतीश सरकार पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा था कि सीएम नीतीश ने डंडे की चोट पर देवी प्रतिमा का विसर्जन कराया। पूजा समिति के लोगों को पुलिस का भय दिखाकर प्रतिमा का विसर्जन करवा दिया।
जबरन प्रतिमा विसर्जन करवाया
हिंदू मान्यता में मंगलवार को देवी की विदाई नहीं होती फिर भी पूजा समितियों को डरा कर जबरन प्रतिमा विसर्जन कराया गया। गिरिराज ने कहा था कि ऐसा लग रहा हम बिहार की बजाय पाकिस्तान में हैं। यहां हिंदुओं के लिए पाकिस्तान जैसा तुगलकी फरमान जारी किया गया है।