लखनऊ- पिछले काफी समय से समाजवादी परिवार में जारी घमासान से चुनावी समीकरण बदलने के आसार नजर आ रहे हैं। एबीपी न्यूज और सिसरो के त्वरित सर्वे में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। इस त्वरित सर्वे में यूपी के वोटरों ने मना है कि सपा परिवार में जारी घमासान का सबसे ज्यादा फायदा केंद्र की सत्ता में मौजूद भारतीय जनता पार्टी को होगा।
अगले साल 2017 में होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव से पहले सभी राजनीतिक पार्टियां चुनावी समीकरण बनाने में लगी हैं। समाजवादी पार्टी में पिछले दिनों जो कुछ हुआ, उसकी वजह से पार्टी की जमकर किरकिरी हुई है लेकिन इन सबके बावजूद अखिलेश यादव का सितारा बुलंदियों पर है।
एबीपी न्यूज और सिसरो के त्वरित सर्वे में सीएम पद के लिए अखिलेश यादव सबसे ज्यादा 31 फीसदी लोगों की पसंद बने वहीं मायावती 27 फीसदी लोगों की पसंद बनी तो बीजेपी के आदित्यनाथ को 24 फीसदी लोगों ने अपना वोट दिया।
बीजेपी को 39 और बीएसपी को 29 फीसदी फायदा
सर्वे में लोगों ने माना कि परिवारिक विवाद के बावजूद भी अखिलेश यादव पाक-साफ छवि के नेता हैं। केवल 16 फीसदी लोगों ने कहा कि परिवार के झगड़े की वजह से अखिलेश यादव की छवि को धक्का लगा है वहीं 43 फीसदी लोगों की नजर में मुलायम सिंह यादव का प्रभाव कम हुआ है।
43 फीसदी मतदाता मानते हैं कि पिता-पुत्र दोनों की छवि में गिरावट आयी है। सर्वे में सबसे ज्यादा फायदा भारतीय जनता पार्टी को मिलता दिख रहा है। तो वहीं बीएसपी भी समाजवादी पार्टी के झगड़े का फायदा उठाती दिख रही है। एबीपी न्यूज और सिसरो ने यूपी के मतदाताओं से पूछा कि झगड़े का फायदा किसे मिलेगा? सर्वे के नतीजे फिलहाल बीजेपी के पक्ष में दिख रहे हैं।
बीएसपी पिछड़ती दिख रही है। बीजेपी को 39 और बीएसपी को 29 फीसदी फायदा मिल सकता है। सबके झगड़े में कांग्रेस को भी फायदा मिलेगा लेकिन सिर्फ 6 फीसदी। सर्वे में लोगों से पूछा गया कि अगला सीएम कौन होना चाहिए तो 31 फीसदी लोगों की पहली पसंद मौजूदा यूपी सीएम अखिलेश यादव दिखे।
झगड़े के लिए शिवपाल यादव जिम्मेदार
सर्वे में 55 फीसदी वोटरों ने मान है कि अखिलेश यादव को नई पार्टी नहीं बनानी चाहिए। सिर्फ 19 फीसदी लोगों की राय है कि अखिलेश को अलग पार्टी बना लेनी चाहिए। सर्वे में एक दिलचस्प बात सामने आई है। 43 फीसदी वोटरों ने समाजवादी परिवार में जारी घमासान के लिए सीधे तौर पर शिवपाल यादव को जिम्मेदार ठहराया है।
लोगों का मानना है कि इस झगड़े के पीछे गलती शिवपाल यादव की है। आपको बता दें कि सीएम अखिलेश यादव पार्टी में झगड़े के लिए पार्टी महासचिव अमर सिंह को जिम्मेदार ठहराते रहे हैं। लेकिन सर्वे में केवल 15 फीसदी वोटर ही मानते हैं कि झगड़े लिए अमर सिंह जिम्मेदार हैं।
आपको बाता दें कि एबीपी न्यूज और सिसरो ने 26 से 28 अक्टूबर के बीच त्वरित सर्वे किया गया। यूपी की 5 विधानसभा सीटों पर 1500 लोगों की राय जानी। ये त्वरित सर्वे यूरोपियन सोसाइटी फॉर ओपिनियन एंड मार्केटिंग रिसर्च यानी ESOMAR के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए किया गया। [एजेंसी]