नई दिल्ली- जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के लापता छात्र नजीब अहमद के लिए विरोध-प्रदर्शन कर रहे छात्रों को दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर से हिरासत में ले लिया। जामिया और जेएनयू के छात्र जंतर-मंतर पर नजीब को ढूंढ़ने की मांग के लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे थे । तभी दिल्ली पुलिस की टीम वहां पहुंची और उन्हें अपनी हिरासत में ले लिया। जानकारी अनुसार लापता छात्र नजीब अहमद की मां को भी हिरासत में लिया गया है।
जेएनयू छात्रों का कहना है कि हम लोग शांति से प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन तभी पुलिस वहां पहुंची और जबरदस्ती हमें वाहनों में डालकर थाने ले जाने लगी। प्रदर्शन कर रही छात्रों के साथ नजीब की मां भी थीं। पुलिस छात्रों को तीन बसों में भरकर ले गई हैं।
वहीं दूसरी तरफ, दिल्ली पुलिस ने इस प्रदर्शन के बाद धारा 144 लगा दी है। इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज कहा कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आश्वस्त किया है इस मामले में यूनियन होम मिनिस्ट्री तीन हफ्ते के भीरत एक रिपोर्ट पेश करेगा।
15 अक्टूबर से लापता है नजीब अहमद
सीएम केजरीवाल ने इस मामले में राष्ट्रपति से दखल देने का आह्वान किया था। आपको बता दें कि नजीब अहमद 15 अक्टूबर से लापता है। बताया जाता है कि एबीवीपी सदस्यों से झगड़ा होने के बाद से वह गायब है। हालांकि, इस पूरे मामले में एबीवीपी ने स्पष्ट किया है कि उसका इससे कोई भी संबंध नहीं है।
बताने वाले को 2 लाख रुपए का ईनाम
आपको बता दें कि इससे पहले 4 नवंबर को दिल्ली पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार वर्मा ने लापता जेएनयू छात्र के बारे में बताने वाले को बतौर ईनाम 2 लाख रुपए देने की घोषण की थी। दिल्ली पुलिस का कहना है कि वह लापता छात्र का पता लगाने का पूरा प्रयास कर रही है।
दिल्ली पुलिस ने इन जिलों में की खोजबीन
इस मामले में पुलिस टीमों ने अजमेर, कोटा, रायबरेली, रुड़की, फैजाबाद, आजमगढ़ और बदांयू में खोजबीन की है। नजीब अहमद जेएनयू से बायोटेक्नोलॉजी में एमएससी प्रथम वर्ष का छात्र था और वह बदांयू का रहने वाला था।