नई दिल्ली- कालेधन पर सर्जिकल स्ट्राइक के बाद अब सरकार की नजर छुपे हुए काले धनकुबेरों पर है। आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने काले धन को सफेद करने की जांच शुरु कर दी है।
वहीँ 500 और 1,000 रुपये के नोटों को अमान्य घोषित किए जाने के बाद से पूरा देश नकदी की कमी से जूझ रहा है। तो नोटों की कमी के चलते रेलवे काउंटर पर बुक कराए गए टिकटों के रिफंड की सीमा घटाकर 5000 कर दी गई है। इससे अधिक रिफंड की रकम को खाते में ही भेजा जाएगा।
आयकर विभाग और ईडी की जांच
आयकर विभाग और ईडी अब 8 से 10 नवंबर तक सोना खरीदने और बेचने वालों का वेरीफिकेशन करने जा रहा है। साथ ही दोनों विभाग इन 3 दिनों में सोना, हीरा और विदेशी मुद्रा खरीदने वालों की जांच करने की तैयारी में है।
काले धन को खपाने की कोशिशों पर नजर
दरअसल 8 नवंबर को पीएम नरेंद्र मोदी के 500 और 1000 के नोट बैन के एलान के बाद काले धनकुबेर अचानक सकते में आ गए। देर रात से ही लोगों ने फौरन अपने पास रखे 500 और 1000 के नोटों को सोने, हीरे और विदेशी मुद्राओं में बदलना शुरु कर दिया।
लिस्ट तैयार
काले धन के बदलते रुप से चिंतित आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय अब काले धनकुबेरों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक करने जा रहा है। दरअसल आयकर विभाग और ईडी के अधिकारी उन लोगों की फेहरिस्त तैयार करने में जुटे हैं, जिन लोगों ने 8 से 10 नवंबर के बीच सोना, हीरा और विदेशी मुद्रा की खरीद-फरोख्त की है। विभाग पहले इनका वेरीफिकेशन करने जा रहा है।
सबको देना होगा हिसाब
जिसके बाद संबंधित लोगों को खरीद-फरोख्त की रकम का हिसाब देना होगा और बताना होगा कि उनके पास यह पैसा कहां से आया. वहीं आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय ज्वैलर्स और धार्मिक संस्थानों पर भी खासा नजर बनाए हुए हैं।
जनधन खातों पर भी नजर
वहीं आयकर विभाग की उन खातों पर भी नजरें हैं, जो प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत खोले गए थे। दरअसल विभाग नोटबंदी के एलान के बाद खातों में जमा की गई रकम और संबंधित खाताधारक की इनकम का मिलान करेगा। जिसके बाद फॉर्म में दिख रहे आयकर विभाग ने काले धनकुबेरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं।
विधानसभा में बोले केजरीवाल-अमीरों के दोस्त पीएम
दिल्ली विधानसभा में 500-1000 की नोटबंदी पर एक दिन का विशेष सत्र बुलाया गया। मंगलवार को विधानसभा में सत्र के दौरान जमकर हंगामा हुआ। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने अमीर दोस्तों को पहले ही नोटबंदी की खबर देकर आगाह कर दिया था। उन्होंने ये भी कहा कि उद्योगपति अडानी पर कार्रवाई क्यों नहीं करते पीएम मोदी। [एजेंसी]