नई दिल्ली- नोटबंदी के ग्यारहवें दिन बैंकों की कतारें थोड़ी छोटी जरूर हुईं लेकिन एटीएम पर भीड़ बढ़ गई। सरकार की घोषणा के बावजूद शादी वाले परिवारों को भी राहत नहीं मिल पाई है। ज्यादातर बैंक उन्हें 2.5 लाख रुपये नकद देने में असमर्थता जता रहे हैं। वहीं, भारतीय स्टेट बैंक ने देश की कई शाखाओं में जिलाधिकारी के सत्यापन पर शादी-ब्याह वाले परिवारों को नकद राशि बांटना शुरू कर दिया है।
ज्यादातर बैंकों का कहना है कि उन्हें भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से अभी तक कोई दिशा-निर्देश नहीं मिला है इसलिए शादी वाले परिवारों को बैंकों से खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। नकदी संकट से जूझ रहे ये सभी बैंक नोटिफिकेशन नहीं मिलने का हवाला देकर कैश देने में हील-हवाली कर रहे हैं लेकिन एसबीआई के सूत्रों ने बताया कि वित्त मंत्रालय से निर्देश जारी होने के बाद ही उसने जरूरतमंद शादी वाले परिवारों को 2.5 रुपये नकद देना शुरू कर दिया है। जिन परिवारों के पास जिलाधिकारी द्वारा सत्यापित पत्र के साथ शादी के कार्ड थे, उन सभी को बैंक से 2.5-2.5 लाख रुपये दिए गए। एक बैंक अधिकारी ने यह भी बताया कि चूंकि ज्यादातर शाखाओं में नकदी संकट बरकरार है इसलिए वहां शादी वाले परिवारों को खाली हाथ लौटा दिया जाता है।
पंजाब नेशनल बैंक की प्रबंध निदेशक उषा अनंत सुब्रमण्यन ने कहा, ‘आरबीआई से इस बारे में अभी तक कोई दिशा-निर्देश नहीं मिल पाने के कारण हम शादी वाले परिवारों (दूल्हे या दुल्हन के) को 2.5 लाख रुपये देने में असमर्थ हैं। हम अभी तक आरबीआई के निर्देश का इंतजार कर रहे हैं। हमें लगता है कि यह व्यवस्था सोमवार या मंगलवार से लागू की जाएगी और सभी शाखाओं में शादी के लिए धन मिलने लगेंगे। शादी वाले परिवार के किसी एक सदस्य को ही उनके खाते से 2.5 लाख रुपये मिल पाएंगे लेकिन दूल्हा और दुल्हन के परिवार वाले अलग-अलग 2.5-2.5 लाख रुपये निकाल सकते हैं।’
अन्य बैंकों ने भी अभी तक यह सुविधा शुरू नहीं की है। एचडीएफसी बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने भी बताया कि आरबीआई से जरूरी गाइडलाइन आने के बाद ही इस मद में 2.5 लाख रुपये नकदी दी जा सकती है। उनके मुताबिक, जब से सरकार की तरफ से ऐसी घोषणा हो रही है, उसकेबाद से ही ग्राहक शादी के कार्ड के साथ पैसे निकालने आ रहे हैं। लेकिन बैंक के शाखा प्रबंधक हाथ खड़ा कर देते हैं।
बैंकों में थोड़ी भीड़ कम होने से राहत जरूर
एक अन्य सरकारी बैंक के अधिकारी ने बताया कि इस बारे में वित्त मंत्रालय से गजट नोटिफिकेशन 17 नवंबर 2016 को ही जारी हो गया था, लेकिन बैंककर्मी रिजर्व बैंक के सर्कुलर का इंतजार कर रहे हैं। वित्त मंत्रालय की अधिसूचना में भी कहा गया है कि रकम की निकासी केलिए नियम-शर्त रिजर्व बैंक तय करेगा। कॉर्पोरेशन बैंक के एक अधिकारी ने बताया कि शादी के खर्चे के लिए धन निकासी से पहले ग्राहकों को कई औपचारिकताएं पूरी करनी पड़ेंगी।
शनिवार को बैंक शाखाओं में भीड़ से थोड़ी राहत जरूर मिली लेकिन शनिवार को आधे दिन का कार्यकाल और सिर्फ बुजुर्गों और अपने खाताधारकों को सेवाएं देने के कारण यह भीड़ कम थी। एटीएम पर लोगों की कतारें पहले की तरह ही लंबी रहीं और उत्तर प्रदेश में शनिवार को तीन और लोगों की मौत हो गई।