नई नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज प्रधानमंत्री मोदी के नोटबंदी के फैसले पर एक बार फिर जमकर प्रहार किए। ममता ने पीएम मोदी को हिटलर से भी ज्यादा नुकसान पहुंचाने वाला वाला कहा है।
गुरूवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद ममता ने मीडिया से बात करते हुए एक बार फिर से पीएम मोदी को निशाने पर लिया। उन्होने कहा कि पीएम नोटबंदी के नाम पर लोगों को बदहाल करने का जो काम कर रहे हैं, वो तानाशाह हिटलर को भी पीछे छोड़ने वाला है।
उन्होंने कहा कि स्विस बैंक में जमा कालाधन वापस लाने का वादा करके मोदी सत्ता में आए थे, जिसे वो पूरा नहीं कर सके हैं। इसके उलट गरीब आदमी के हाथ का निवाला छीनकर उसे कालाधन का नाम दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि ये कैसा तुगलकी फरमान है कि आदमी बैंक में जमा अपना ही पैसा नहीं निकाल सकता। उन्होंने कहा कि नोटबंदी की मार ने जूट के काम से जुड़े मजदूरों और कारीगरों की कमर तोड़ कर रख दी है।
उन्होंने कहा कि जूट के काम से जुड़े और चाय के बागानों में काम करने वाले मजदूरों को वेतन नहीं मिले हैं। उन्होंने कहा कि दूर-दराज के इलाकों में आज भी बैंक और पोस्ट ऑफिस की गांवों से दूरी बहुत ज्यादा है, ऐसे में मजदूर वर्ग क्या करे।
तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ने कहा कि नोटबंदी ने किसानों को तो इतना नुकसान पहुंचाया है कि उसकी भरपाई मुश्किल है। किसान सिंचाई और बुवाई नहीं कर पा रहे हैं।
ममता बनर्जी ने कहा कि नोटबैन के खिलाफ वो रैलियां करेंगी। उन्होंने कहा कि 25 नवंबर को कोलकाता में 29 को लखनऊ में और इसके बाद पटना, पंजाब और गुजरात में नोटबैन के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस रैलियां करेगी।
ममता बनर्जी 8 नवंबर को नोटबंदी के ऐलान के बाद लगातार पीएम मोदी पर हमलावर हैं। पिछले 15 दिन में वो कई बार दिल्ली की सड़कों पर इसको लेकर प्रदर्शन कर चुकी हैं। वो विपक्ष को भी लगातार नोटबंदी के खिलाफ एकजुट करने का प्रयास कर रही हैं।