लखनऊ- सुबह स्कूल भेजते समय उन माँ बाप ने ये कभी नहीं सोचा होगा कि अब कभी उनका बच्चा वापस नहीं आएगा। यूपी के एटा में DM ने कोहरा और ठण्ड के कारण सभी स्कूल बंद करने के आदेश दे रखे थे। पर JS Public School ने डीएम के आदेशो का खुला उल्लंघन करते हुए स्कूल खोला। सुबह स्कूल जाते समय कोहरे के कारण बच्चों से भरी बस की जोरदार टक्कर हो गई और 25 मासूमो की दर्दनाक मौत की खबर आई। कई बच्चे अभी भी गंभीर हालात में जिंदगी और मौत से लड़ रहे है।
प्राइवेट स्कूलो द्वारा नियमो की घोर अनदेखी के साथ ही ये एक बड़ी लापरवाही का मामला है। JS Public School पर अपराधिक धाराओ में मुकदमा और स्कूल प्रबंधन को तत्काल जेल होनी चाहिए। यही नहीं इस स्कूल की मान्यता तुरंत खत्म होनी चाहिए।
स्कूलो और प्रशासन की मिली भगत भी जग-जाहिर है। यहाँ प्रशानिक अधिकारियो के बच्चे मुफ़्त पड़ते है। कई प्रिवेट स्कूलो ने बड़े अधिकारियो के परिवारवालो को अपने मैनेजमेंट में शामिल कर रखा है।
लखनऊ में लोरेटो, क्रेथिडेल और क्राईशचर्च स्कूलो के सामने आज भी लखनऊ प्रशासन बौना नज़र आता है। ये यातायात के नियमो की खुलेआम धज्जिया उड़ाते है। ये प्रिवेट स्कूल आज भी पार्किंग के लिए अपनी जमींन इस्तेमाल नहीं करते, जिससे छुट्टी के समय पूरा इलाका जाम रहता है। जिससे यहाँ से गुजरने वाली एम्बुलेंस और बुजुर्गो को बहुत परेशनियों का सामना करना पड़ता है।
ये पार्किंग के लिये अपनी जमींन किउ इस्तेमाल नहीं करते आज तक किसी ने नहीं पूछा। सब जानते है ये स्कूल किसी नियम- कानून को नहीं मानते। CMS ने भी DM के किसी भी अदेश को ना मानने की परंपरा को आगे बढ़ाया है।
क्या जिला प्रशासन में इन स्कूलो पर कार्यवाही करने की हिम्मत है?
क्या प्रशासन इस बात की गैरन्टी दे सकता है, की अब मासूम पूरी तरह सुरक्षित है और अब इस तरह की कोई दर्दनाक घटना नहीं होगी?
रिपोर्ट- @शाश्वत तिवारी