लखनऊ- बसपा सुप्रीमो मायावती ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सपा और भाजपा पर जमकर निशाना साधा। कॉन्फ्रेंस के बाद सपा नेता अम्बिका चौधरी ने बसपा ज्वॉइन कर ली। मायावती ने कहा, कुछ दिनों में यूपी में जो राजनीतिक घटनाक्रम हुए हैं उसको लेकर पार्टी की प्रतिक्रिया जाहिर करने के लिए बुलाई गई है। उन्होंने कहा, सपा के पांच और केंद्र सरकार में नरेंद्र मोदी की ढाई वर्षों की सरकार के दौरान प्रदेश में दलित, पिछलों और जनता में जो नाराजगी है वो किसी से छिपा नहीं है।
हमारे पास एक-एक पैसे का हिसाब- मायावती
ऐसे में बीजेपी अपने किसी भी चेहरे को मुख्यमंत्री पद के लिए उतारने की हिम्मत नहीं कर पाई है। वहीं उन्होंने अखिलेश के चेहरे को भी दागी चेहरा बताया। उन्होंने कहा कि ऐसा दागी चेहरा जो अराजकता, गुंडागर्दी नहीं रोक पाया क्या जनता ऐसे चेहरे को वोट देगी।
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या फिर अराजक और सम्प्रदायिक राज्य को खत्म करने वाली बसपा को वोट देगी। मायावती ने मुजफ्फरनगर दंगे, दादरी घटना, मथुराकांड का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पुत्रमोह में मुलायम सिंह ने अपने भाई शिवपाल को भी बलि का बकरा बना दिया। उन्होंने कहा कि मुलायम ने शिवपाल को जनता के सामने भी गिराने की कोशिश की है। इससे नाराज शिवपाल खेमे के लोग अखिलेश खेमे को नुकसान जरूर पहुंचाएगा और वोट दो खेमों में बंट जाएगा। ऐसे में जनता का वोट बर्बाद होगा और बीजेपी फायदा उठा लेगी।
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मायावती ने कहा, सपा में सोचा समझा नाटक चला है। उन्होंने कहा कि क्या कांग्रेस को गठबंधन के ऐसे दागी चेहरे की ही तलाश थी। कांग्रेस ने गठबंधन के लिए अखिलेश जैसे दागी चेहरे के सामने पूरी तरह से घुटने टेक दिए।
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मायावती ने कांग्रेस को गठबंधन पर दी सलाह
मायावती ने कहा कि यूपी में सपा की हालत बहुत खराब है और कांग्रेस की सपा और बीजेपी से मिलीभगत है। अब यूपी जनता सपा और कांग्रेस की किसी बात से गुमराह होने वाली नहीं है।
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मायावती ने कहा, बसपा को रोकने की साजिश रची जा रही है। केंद्र और राज्य की नीतियों से जनता परेशान है। मायावती ने नरेंद्र मोदी पर निशान साधा और कहा कि लोकसभा चुनाव के एक चौथाई वादे भी पूरे नहीं किए।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के जनपीड़ादाई फैसले से भाजपा की रीढ़ ही टूट गई है। यूपी ही नहीं पूरे देश के लोग नोटबंदी की परेशानी से जूझ रहे हैं। इसके साथ ही इस चुनाव में टिकटों के बंटवारे में परिवारवाद और भाई-भतीजावाद पार्टी हावी है। मायावती ने कहा कि बीजेपी भी सपा की राह चल रही है। मायावती ने कहा कि मेरा यूपी की जनता से यही कहना है कि प्रदेश कल्याण के लिए हाथी को ही वोट दे। ऐसी सरकार बनाएं जो कानून का राज्य कायम करें ताकि प्रदेश से जंगलराज का खात्मा हो जाए।
मायावती ने कांग्रेस को सलाह दी और कहा, अगर कांग्रेस पार्टी के लोग खुद को सेकुलर मान के चलते हैं बिहार वाले मामले से सीख लेते हुए सपा से गठबंधन नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि या तो अकेले चुनाव लड़े या छोटी-छोटी पार्टियों से मिलकर लड़ें।