लखनऊ: राजधानी के प्रेस क्लब में मंगलवार को अनोखी प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया । चुनाव में मतदान के लिये प्रयोग होने ईवीएम मशीन में सबसे अन्त में नोटा का बटन होता है जिसका उपयोग किसी भी उम्मीदवार को पसंद न करने पर किया जाता है । चुनाव प्रचार में प्रत्याशियों के जोर शोर से चलते प्रचार प्रसार के बीच नोटा का प्रचार कम होने की बात करते हुए शिक्षक अरविन्द शुक्ला ने कहा कि उन्होनें नोटा को एक प्रत्याशी मानते हुए नोटा का चुनावी घोषणा पत्र तैयार किया है ।
इस घोषणापत्र की शुरुआत मैं नोटा बोल रहा हूं से की गयी है जिसमें नोटा का पूरा परिचय दिया गया है । उसके बाद मेरी शपथ में नोटा कहता है कि मैं वचन देता हूं कि मैं न किसी राजगद्दी पर बैठूंगा, लाल नीली बत्ती गाड़ी से परे हट कर देश की गंदगी साफ करने का काम करूंगा । उसके बाद नोटा के चुनावी वायदे की लिस्ट है जिसमें झूठे चुनाव प्रचार से सावधान रहने की बात कही गयी है । नोटा के घोषणापत्र में नोटा की स्थापना का जिक्र करने के बाद विभिन्न अदालतों में नोटा के लिये लड़ी गयी लड़ाई का जिक्र आता है ।
अनुराग सिंह ने बताया कि देश में पहली बार नोटा का घोषणा पत्र जारी किया, हम लगातार लोगों को जागरूक करने का काम कर रहे हैं, नोटा की ताकत के बारे में आम लोगों को बताने की कोशिश कर रहे हैं, कैसे नोटा आपकी जिंदगी में बदलाव ला सकता है, कैसे आपका एक नोटा देश के सभी भ्रष्ट नेताओं को जबाव देगा, कैसे नोटा को और प्रभावी बनाया जाए इसके लिए भी हम प्रयासरत हैं
कुल मिला कर एक शिक्षक ने नोटा का चुनावी घोषणापत्र जारी कर ऐसी मुहिम को बल दिया है जिससे लोकतंत्र को मजबूती मिल सके और लोग जागरुक हो सके ।
रिपोर्ट @शाश्वत तिवारी