मंडला- भाषा ज्ञान से बच्चों में आधारभूत बौद्धिक प्रगति के साथ विषयों की समझ एवं रूचि विकसित कर उन्हें अपने विचार व्यक्त करने की क्षमता बढ़ाने के लिए आज पूरे जिले में ‘‘मिल बांचे मध्यप्रदेश’’ कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक , पंजीकृत वालेंटियर्स एवं जिला प्रमुखों ने अपनी सहभागिता निभाई। जनप्रतिनिधि, वालेंटियर्स एवं अधिकारियों ने उन्हे आवंटित शालाओं में जाकर विद्यार्थियों के बीच उनके भाषा ज्ञान के साथ रोचक कहानियों के माध्यम से उनमें पढ़ने के प्रति रूचि जागृत करने का प्रयास किया।
‘‘मिल बांचे मध्यप्रदेश’’ कार्यक्रम को सफल बनाने कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक ने रानी अवंती बाई कन्या उ.मा. शाला में छात्राओं के बीच बैठकर उन्हे अलीबाबा की कहानी सुनाकर उनसे कहानी के संबंध में रूचिकर प्रश्न पूछकर उनकी समझ विकसित करने का प्रयास किया। उन्होंने अपने बाल्यकाल की कुछ रोचक बातें छात्राओं को सुनायी और कहा कि पाठ्य पुस्तकों के अतिरिक्त रोचक कहानियां, महापुरूषों की जीवनी एवं कॉमिक्स आदि का भी अध्ययन करें ।
उन्होंने कहा कि किसी भी ग्रंथ, किताब का तब तक कोई लाभ नहीं होता जब तक उसे पढ़कर उसमें दी गई शिक्षा या सीख को अपने जीवन में नहीं उतारते। कलेक्टर ने छात्राओं से सीधे संवाद करते हुये उनसे प्रश्न पूछे और छात्राओं ने जबाव भी दिये वहीं उन्होेने छात्राओं की जिज्ञासाओं का समाधान कारक जवाब देकर उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया। इस अवसर पर कलेक्टर ने शाला की प्राचार्या एवं शिक्षकों को रोचक कहानी एवं शिक्षाप्रद पुस्तकें दी और निर्देशित किया कि छात्राओं को पुस्तकें दें। इसके अतिरिक्त शाला के ग्रंथालय में उपलब्ध पुस्तकें छात्राओं को अध्ययन करायें यदि पुस्तकें एवं कॉमिक्स आदि नहीं है तो शाला में उनकी खरीदी की जाये।
मिल बांचे कार्यक्रम में प्रशासनिक अधिकारी ही नहीं पुलिस अधिकारियों ने भी अपनी सहभागिता निभाई। जिले में 35वीं शस्त्र वाहिनी के कमाण्डेंट तरूण नायक ने भी नगर के उत्कृष्ट विद्यालय में पहुंचकर छात्र छात्राओं को रूचिकर कहानियां, अपने अनुभव और अध्ययन के फायदे बताये। उन्होंने छात्रों को कहा कि व्यक्ति के जीवन में सबसे कीमती चींज समय है क्योंकि यह गुजर जाने के बाद कभी वापिस नहीं आता। उन्होंने कहा समय का पढ़ने लिखने में सदुपयोग करें और आत्मनिर्भर बनकर अपने माता पिता का नाम रोशन करें। उच्चतर माध्यमिक शाला में विद्यार्थियों से चर्चा करते हुये संयुक्त कलेक्टर श्री पटले ने कहा कि जीवन में हमेशा एकलक्ष्य और उद्देश्य को लेकर आगे बढ़े, उद्देश्य हमेशा बड़ा रखे इससे हमारी बुद्धि शरीर एवं मन की क्षमता भी बढ़ेगी। यदि जीवन में प़ढ़ाई का उद्देश्य रखा तो शरीर और मन बुद्धि में आलस्य नहीं आयेगा। इसी प्रकार जिले के सभी कार्यालय प्रमुखों ने जिला प्रशासन द्वारा आवंटित शालाओं में पहुंचकर विद्यार्थियों को रोचक प्रसंग, प्रेरणास्पद कहानियां एवं भाषा ज्ञान के संबंध में चर्चा कर उनकी शंका का समाधान किया।
मिल बांचे मध्यप्रदेश कार्यक्रम के तहत् ऑन लाईन पंजीयन कराने वाले वालेंटियर्स भी अपनी पसंद की शालाओं में पहुंचे। उन्होंने विद्यार्थियों को अपने जीवन की बहुत सी रोचक बातें बताकर उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। बच्चों के बीच उन्ही की भाषा में उन्हे महापुरूषों, सामान्य ज्ञान एवं उन्हीं की पाठ्य पुस्तकों की कहानियों की सीख लेकर अपने जीवन में उतारने की प्रेरणा दी।
रिपोर्ट- @सैयद जावेद अली