वाशिंगटन- इन दिनों सोमालिया मूल अमेरिकी मॉडल हलीमा एडन नाम की मुसलमान मॉडल की दुनियाभर में चर्चा हो रही है। इसकी वजह उनका हिजाब पहनकर रैंप पर उतरना है। 19 साल की हलीमा अमेरिकी मॉडल हिजाब पहनकर रैंपवॉक करती हैं। हलीमा बीते साल नंवबर में सुर्खियों में आईं थीं जब उन्होंने ‘मिस मिनेसोटा यूएसए पेगमेंट’ प्रतियोगिता जीती थी।
इसमें सबको चौंका देने वाली बात ये थी कि हलीमा हिजाब पहनकर रैंप पर उतरी थीं, जबकि दूसरी मॉडल स्विम सूट में रैंप पर आईं थीं। माना जा रहा है कि अमेरिका में पहली बार किसी मॉडल ने हिजाब पहनकर रैंप पर कैटवॉक किया है।
19 साल की हलीमा सिर्फ इसलिए ही मशहूर नहीं हुईं कि उन्होंने हिजाब पहनकर कैटवॉक किया है, बल्कि इसकी वजह उनका बचपन और संघर्ष भी है। हलीमा केन्या के रिफ्यूजी कैंप में पैदा हुईं थी। अपने बचपन में हलीमा संयुक्त राष्ट्र की ब्रांड एंबेस्डर बनना का सपना रखती थीं, लेकिन बन गईं मॉडल। हलीमा कहती हैं कि वो रिफ्यूजी कैंपों में रहने वाली महिलाओं के लिए कुछ करना चाहती हैं क्योंकि रिफ्यूजी कैंप में रहने के चलते उन्होंने वहां रहने वाली औरतों के दर्द को महसूस किया है। सोमालिया मूल की हलीमा का परिवार केन्या के रिफ्यूजी कैंप से अमेरिका के मिनेसोटा में आ गया था।
हलीमा पहली ऐसी मॉडल हैं जिनकी हिजाब पहने तस्वीर सीआर फैशन बुक के कवर पेज पर छपी है। हलीमा ऐसी मॉडल हैं जिन्होंने अपने पहनावे साथ कोई समझौता नहीं किया। रैंपवॉक के दौरान हलीमा हिजाब के अलावा गर्दन तक ढकने वाले कपड़े भी पहनती हैं। सोशल मीडिया पर भी हलीमा को लेकर काफी कुछ कहा जा रहा है। लोग उनके जज्बे को खूब सराह रहे हैं। फैशन की दुनिया के लोग मान रहे हैं कि हलीमा बंधनों को तोड़ रही है और सुंदरता की परिभाषा बदल रही हैं। [एजेंसी]