नई दिल्ली : रंजीता सिंह जी द्वारा आयोजित बीइंग वूमेन फ़लक नई दिल्ली’ के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर के सभागार में काव्य संगोष्ठी, साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली प्रतिभाओं का सम्मान, कार्यक्रमों की श्रंखला में एक और यादगार आयोजन के रूप में दर्ज़ की गयी।
आगमन के कार्यक्रम का शुभारम्भ ‘बीइंग वूमेन फलक’ द्वारा सभी आगन्तुक मित्रों का स्वागत कर, तत्पश्चात सभी अथितिगण द्वारा द्वीप प्रज्ज्वलन कर किया गया ।
इस अवसर पर कार्यक्रम को दो सत्रों में विभाजित किया गया। प्रथम सत्र में “हिन्दी कविता में बाजारवाद” पर परिचर्चा हुई । जिसमें महेश्वर तिवारी, असग़र वजाहत साहब, लीलाधर जगूडी, पद्मा सचदेव, अशोक चक्रधर, राजशेखर व्यास, लक्ष्मी शंकर वाजपेयी, ज़हीर क़ुरेशी, नरेश शांडिल्य, बाल स्वरूप राही, नुसरत मेहदी, रमा पांडे, शकील जमाली सहित बड़ी संख्या में साहित्यकारों ने शिरकत की।
इसी कार्यक्रम के दूसरे सत्र में जयपुर राजस्थान की शिवानी शर्मा को रंजीता सिंह जी द्वारा आयोजित ‘बीइंग वूमेन फ़लक 2017 के “स्वयंसिद्धा सृजन सम्मान” से सम्मानित किया गया । इस अवसर पर शिवानी शर्मा को माला, शॉल, प्रशस्ति पत्र एवम स्मृतिचिन्ह प्रदान किया। दूसरे सत्र में बीइंग वूमेन के सम्मान समारोह में बड़ी संख्या में देश भर से जुटी शायरा, कवयित्री, सामाजिक कार्यकर्ता महिलाओं की उपस्थिति सुखद रही।
हमारे संवाददाता द्वारा पूछने पर की यह सम्मान मिलने पर आपको कैसा महसूस होता हैं इस पर शिवानी शर्मा का कहना हैं, मैं खुद को धन्य समझती हूं और यह पुरस्कार मैं सभी साहित्यकारो, कवियत्रियों को भी समर्पित करना चाहती हूं, जिन्होंने बिना रुके और बिना थके इस विधा को दिन प्रतिदिन एक नया आयाम दिया हैं ।आज के युग में हर महिला जिंदगी में जहाँ चाहे, जिस क्षेत्र में काम करना चाहे, कर सकती हैं ।