शाहजहांपुर : यूपी के शाहजहांपुर में एक महिला पर ससुरालियों के जुल्म का मामला सामने आया है। पीड़िता के पति की 6 साल पहले मौत हो चुकी थी। जिसके बाद ससुरालियों ने देवर के साथ शादी का झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म करवाते रहे। उसके बाद जब महिला ने शादी की बात की तो ससुरालियों और देवर ने उसको मारपीट कर घर से निकाल दिया। पीड़िता ने अपने साथ हुए जुल्म की शिकायत थाने मे की तो पुलिस ने आरोपी ससुरालियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।ससुरालियों से बचने के लिए महिला ने बुर्के को ढाल बनाया है ताकि उसकी पहचान छुपी रहे।
लेकिन मुकदमा दर्ज हुए तीन माह बीत चुके हैं लेकिन पुलिस ने अभी तक एक भी आरोपी को पकड़ना उचित नही समझा। अब आरोपियों के हौसले इतने बुलंद हो चुके है कि वह महिला को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। जिसके कारण महिला हिन्दू होने के बाद भी बुर्का पहनकर खुद की सुरक्षा करने पर मजबूर हो गई है लेकिन पुलिस ने अभी तक आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। पीड़िता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से न्याय की गुहार लगाई है।
घटना जलालाबाद थाना क्षेत्र के खाई खेड़ा गांव की है। 35 वर्षीय महिला नीलम की शादी गांव के रहने वाले प्रेम चंद्र से हुई थी। शादी के बाद नीलम के दो बच्चे हुए। पीड़िता की मानें तो उसके पति की 6 साल पहले बीमारी के चलते मौत हो गई थी। उसका पति खेतीबाड़ी करता था। उसकी बीस बीघा खेती है लेकिन उस जमीन पर उसके देवर और ससुराल वालों ने कब्जा कर रखा है।
पीड़िता ने बताया कि उसके पति के मौत के बाद उसके सास-ससुर ने देवर के साथ शादी का झांसा दिया और बगैर शादी कराए उसका देवर उसको अपने पास रखता रहा और उसके साथ जबरन दुष्कर्म करता रहा। जब वह देवर से शादी की बात करती तो वह उसके साथ मारपीट करने लगता था और बच्चों को भी जान से मारने की भी धमकी देता था।
करीब तीन महीने पहले उसने शादी की बात अपने सास-ससुर से की। लेकिन शादी की बात सुनते ही उसके सास-ससुर और देवर ने मारपीट करनी शुरू कर दी और जान से मारने की धमकी देकर उसे घर में निकाल दिया। बच्चों को सास-ससुर और देवर ने अपने कब्जे में कर लिए। घर से बेघर हुई महिला ने थाने में अपने ससुराल वालों के खिलाफ शिकायत की जिसके बाद पुलिस ने ससुरालवालों के खिलाफ रेप और जान से मारने की धाराओं मे मुकदमा दर्ज कर लिया। लेकिन मुकदमा दर्ज हुए तीन माह बीत चुके हैं, पुलिस ने किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है।
यही कारण है कि आरोपियों के हौसले इस कदर बुलंद है कि वह तीन माह से पीड़िता को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। पीड़िता दर-दर की ठोकरें खा रही है लेकिन न्याय मिलने की उम्मीद कहीं से नही दिख रही है। पीड़िता ने अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से न्याय के गुहार लगाई है। उसका कहना है कि नरेंद्र मोदी ने चुनाव से पहले कहा था कि सरकार बनते ही अपराधी जेल मे होंगे। लेकिन तीन माह से उसको जान से मारने की धमकी दी जा रही है क्या उसको अब नरेंद्र मोदी न्याय दिलाएंगे? क्या उनकी सरकार मे उस पर जुल्म करने वाले अपराधी जेल जाएंगे?
पीड़िता की मानें तो हिन्दू होने के बावजूद वह बुर्का पहनकर घूमने को मजबूर है। क्योंकि तीन माह बीत चुके है आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुए लेकिन पुलिस ने किसी भी आरोपी को पकड़कर जेल नही भेजा है। वे उसे लगातार जान से माने की धमकी दे रहे हैं। यही कारण है कि वह अपनी पहचान छुपाए घर से बाहर निकल रही है। यहां तक की थाने मे भी उसे बुर्का पहनकर ही जाना पड़ रहा है। तीन माह बीत चुके है उसने अपने बच्चो को नहीं देखा है कि वह किस हाल मे हैं। पीड़िता की मानें तो उसे अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की न्याय की उम्मीद है। वहीं सीओ सुमित शर्मा का कहना है कि उनके संज्ञान में इस तरह का कोई मामला नहीं है। उस महिला के आरोपों मे सच्चाई होगी तो जरूर आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।