मुंबई- सुप्रीम कोर्ट द्वारा पूर्व सीएजी विनोद राय की अध्यक्षता में गठित बीसीसीआई के संचालन पैनल ने बड़ा निर्णय लेते हुए मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA)की पूर्णकालिक सदस्यता रद्द कर दी है। इसके साथ ही बिहार और तेलंगाना समेत पूर्वोत्तर के सभी राज्यों को बीसीसीआई के पूर्णकालिक सदस्य का दर्जा दिया गया है।
लोढ़ा कमेटी की अनुशंसाओं के अनुरूप एक राज्य एक बोर्ड के नियम को लागू करते हुए एडमिनिस्ट्रेटिव पैनल ने ये निर्णय दिया है। बिहार बोर्ड के सचिव आदित्य ठाकुर की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए लोढ़ा कमेटी का गठन किया था। जिसके अनुरूप बीसीसीआई के संगठनात्मक ढांचे में बड़े पैमाने पर बदलाव करने की अनुशंसा की गई थी।
महाराष्ट्र में मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के साथ-साथ महाराष्ट्र और विदर्भ की टीमें रणजी ट्रॉफी में खेलती हैं। लोढ़ा कमेटी की अनुशंसाओं के अनुरुप किसी भी राज्य में सिर्फ एक ही बोर्ड होना चाहिए और राज्य सिर्फ एक ही वोट दे सकता है। अगर किसी राज्य में दो बोर्ड है तो वह रोटेशन की प्रक्रिया के तहत वोट दें।
मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन की स्थापना 1930 में हुई थी। मुंबई की टीम ने 41 बार रणजी ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया है। मुंबई की टीम 44 बार रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची है और उसे सिर्फ चार बार ही हार शिकस्त मिली। बता दें कि मुंबई ने भारत को सचिन तेंदूलकर, सुनील गावस्कर जैसे महानतम खिलाड़ी दिए हैं। [एजेंसी]