लखनऊ : यूपी में भाजपा सरकार के आने के बाद एक बार फिर से राम मंदिर निर्माण की चर्चा तेज हो गई है। इस मसले में दो बड़ी बाते सामने आई हैं, पहली यह की प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस मसले पर टिप्पणी करते हुए विवाद को कोर्ट से बाहर सुलझाने की सलाह दी है। जिसपर तमाम धर्मगुरुओं और राजनेताओं ने अपने बयान दिए।
लेकिन राम मंदिर मामले में बड़ा मोड़ लखनऊ में आया है ,यहां कुछ मुस्लिम संस्थाओं ने राम मंदिर के समर्थन में पोस्टर लगवाएं हैं, जिसमे अयोध्या में राम मंदिर बनाने की बात कही गई है। ऐसे में जिस तरह से सुप्रीम कोर्ट ने अपना सुझाव दिया है दोनों पक्षों के बीच इस मामले में समझौते की बात कही है, इन बैनर को काफी अहम माना जा रहा है। यहां गौर करने वाली बात यह है कि राम मंदिर मुद्दे पर भाजपा ने अपनी कोई राय खुलकर नहीं रखी है कि वह कैसे मंदिर का निर्माण कराएगी।
श्री राम मंदिर निर्माण मुस्लिम कार सेवक मंच के अध्यक्ष आजम खान ने लखनऊ में तकरीबन 10 जगहों पर बैनर लगवाए हैं जिसमें उन्होंने मंदिर निर्माण की बात कही है, आजम खान ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर मंदिर बनवाने की बात कही है। आजम खान ने कुछ लोगों का एक संगठन बनाया है जोकि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद राम मंदिर निर्माण की वकालत कर रहे हैं, वह मुस्लिम समुदाय के भीतर राम मंदिर को लेकर आम राय बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
आजम खान दो गनर की सुरक्षा में चलते हैं और वह जय श्री राम कहने से भी हिचकते नहीं है, उनका मानना है कि राम की उतनी ही इज्जत मुसलमानों के लिए है जितनी हिंदुओं के लिए। काफी बड़ी संख्या में युवा उनके साथ हैं, इनका संगठन धार्मिक नेताओं मौलवियों की आलोचना करने से भी पीछे नहीं हटता है। लेकिन जिस तरह से उन्होंने लखनऊ में मंदिर के समर्थन में पोस्टर लगाए हैं उसके बाद उन्हें जान से मारने की धमकी मिल रही है।
आजम खान का कहना है कि उन्हें जान से मारने की धमकी मिल रही है क्योंकि उन्होंने काफी साहसिक कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि मुझे ईमेल और फोन पर धमकी मिल रही है, मैं उनकी पहचान नहीं कर सकता हूं, ये लोग मुझे धमकी दे रहे हैं कि मैं इस मुद्दे को छोड़ दूं और मस्जिद बनाने की बात कहूं और इसके निर्माण के लिए कोशिश करूं। इसके लिए मुझे पैसों भी देने की बात कही गई है। इस मामले में एफआईआर दर्ज कर दी गई है, लेकिन अभी भी उन्हें यूपी पुलिस की ओर से सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई है।