नई दिल्ली : कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि उन्हें शुरु से ही ईवीएम पर भरोसा नहीं था। उन्होंने कहा कि ईवीएम चिप भरोसे लायक नहीं है।
राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा जब सारे विश्व में चुनाव बैलट पेपर से हो रहे हैं तो हमें क्या एतराज होना चाहिए। उन्होंने मांग की है कि आगामी गुजरात विधासनभा चुनाव में बैलेट पेपर का इस्तेमाल किया जाए। दिग्विजय सिंह ने कहा कि जो उपचुनाव होने हैं, वो कछ दिन के लिए टाल कर बैलेट पर कराए जाएं।
बता दें कि मध्य प्रदेश के भिंड जिले की अटेर और उमरिया जिले की बांधवगढ़ की सीट पर 9 अप्रैल को उपचुनाव होंगे। उससे पहले शुक्रवार को उपचुनाव की तैयारियों की समीक्षा राज्य की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सलीना सिंह ने पहली बार इस्तेमाल हो रही वीवीपेट (वोटर वेरीफाइडट पेपर ऑडिट ट्रेल) मशीन का डेमो किया। इस मशीन में बटन दबाने के बाद जिसको वोट दिया है, उस निशान की पर्ची भी निकलती है।
डेमो के लिए चुनाव अधिकारी ने ईवीएम में चार नंबर बटन दबाया। बटन दबने के बाद वीवीपेट पर कमल के फूल की पर्ची आ गई। VVPAT से निकली पर्ची पर सत्यदेव पचौरी का नाम और कमल का फूल छपा था। फिर से कोई दूसरा बटन दबाया गया। इस पर भी कमल के फूल को वोट गया।
हालांकि, तीसरी बार जब एक नंबर का बटन दबाया तो पंजा निकला। मशीन ने एक बार नहीं कई बार गलती की, जिससे चुनाव अधिकारी भी हतप्रभ रह गईं। इस तरह सब के सामने मशीन की गड़बड़ी और सारे वोट भाजपा को जाने पर मामले को टालने की कोशिश करते हुए चुनाव अधिकारी ने कहा कि पंजे का निशान भी आ गया इसलिए इसकी खबर मत बनाना, नहीं तो जेल भेज दूंगी। जिस तरह से ईवीएम में चुनाव अधिकारी और मीडिया के सामने गड़बड़ी दिखी उसको लेकर कांग्रेस ने चुनावों में इसके इस्तेमाल पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
केजरीवाल ने कहा कि किसी दूसरी पार्टी को वोट देने पर भाजपा को वोट जा रहा है और इसे मशीन की खराब कहा जा रहा है लेकिन ऐसा कैसा मुमकिन है कि देश में जिस भी राज्य में मशीन खराब होती है, उसमें सभी भाजपा को जाने लगते हैं। केजरीवाल ने कहा कि अगर मशीन खराब होगी तो कभी सपा, कांग्रेस, बसपा या किसी और पार्टी को भी बिना डाले ही वोट दे दे। उन्होंने कहा कि अगर मशीनों की चिप बदली जा रही हैं और उसे इस तरह से सेट किया जा रहा है कि सारे वोट भाजपा को ही पड़ें।