खंडवा। मध्य प्रदेश का महत्वपूर्ण रेल मार्ग इंदौर-महू-खंडवा को ब्राडगेज करने की स्वीकृति 2008 में मिली थी जिसको 2013 तक रतलाम से अकोला तक 472 किमी ब्राडगेज में परिवर्तन कर दिया जाना चाहिए था, लेकिन रेलवे अधिकारियों की लापरवाही, लेटलतीफी के कारण इस प्रोजेक्ट को जानबूझकर देरी से किया जा रहा है। यूपीए सरकार के दौरान सनावद के पास सेल्दा बेडिय़ाव क्षेत्र में बिजली संयन्त्र लगाना तय हो चुका था जिसके लिए कोयला यहां तक पहुंचाने के लिए मेन मार्ग की आवश्यकता महसूस हुई।
इसको देखते एनटीपीसी ने सनावद-खंडवा रेल मार्ग से कोयले की आपूर्ति के लिए रेलवे को 26 मार्च 2015 को आईसीआई बैंक चेक नंबर 058770 के माध्यम से 487 करोड़ रूपए का चेक पश्चिम रेलवे को सौंपा गया। इसमें खंडवा-सनावद के बीच मीटरगेज रेल को ब्राडगेज रेल मार्ग में बदलना है। लेकिन रतलाम रेल मंडल एवं पश्चिम क्षेत्रीय कार्यालय मुंबई ने 487 करोड़ रूपए की राशि मिलने के बावजूद भी दो साल बीत जाने के बाद भी एक इंच ब्राडगेज लाइन का परिवर्तन नहीं किया।
यह जानकारी जनमंच खंडवा के मनोज सोनी को सूचना के अधिकार के तहत मिली। जानकारी में एनटीपीसी से 26 मार्च 2015 को 487 करोड़ का चेक प्राप्ति होना बताया गया है। वहीं अन्य प्रश्नों के उत्तर भी मांगे गए जिसके बाद पता चलता है कि रतलाम मंडल इस प्रोजेक्ट में देरी कर रहा है।
अन्य प्रश्न जिसमें अभी तक इस प्रोजेक्ट के लिए कितनी बजट राशि प्राप्त हुई, उसके उत्तर में प्राप्त हुआ कि वर्ष 2011-12 में 30 करोड़, 2012-13 में 35 करोड़, 2013-14 में 119 करोड़, 2014-15 में 90 करोड़ फिर 2014-15 में 400 करोड़, 2016-17 में 250 करोड़ इसे रतलाम-खंडवा-अकोला प्रोजेक्ट माना है। यह राशि इस प्रोजेक्ट के लिए स्वीकृत हुई जो कि एनटीपीसी द्वारा 487 करोड़ के अतिरिक्त है।
सनावद-महू के बीच गेज परिवर्तन की जानकारी मांगने पर रेलवे ने बताया कि इसका अभी सर्वेक्षण का कार्य चल रहा है तथा घाट सेक्शन में वन विभाग की सहमति के लिए आनलाइन अनुमति मांगी गई है। लाल चौकी पर क्रासिंग के संबंध में जवाब मिला कि इस आरओबी पर विचार चल रहा है वह भी राज्य सरकार इसमें राशि देगी तो। खंडवा सनावद के बीच ब्राडगेज बदलने में 427 करोड़ की राशि खर्च की जानकारी रेलवे द्वारा दी गई है। वहीं कुछ प्रश्नों को टालते हुए इस कार्यालय में जानकारी नहीं है जवाब दिया गया है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और सांसद नंदकुमार सिंह चौहान की भी नहीं सुनते अधिकारी
भाजपा प्रवक्ता सुनील जैन ने बताया कि वर्षो से महू-खंडवा-अकोला ब्राडगेज का कार्य स्वीकृत होकर चल रहा है। जहां कांग्रेस शासनकाल में ब्राडगेज के लिए बहुत ही कम धनराशि प्राप्त होती थी जिससे यह कार्य गति नहीं पकड़ पा रहा था।
वहीं भाजपा की केंद्र में सरकार बनते ही सांसद नंदकुमारसिंह चौहान द्वारा ब्राडगेज के लिए रेल मंत्री से बड़ा बजट देने की मांग की गई और लगातार भाजपा की केंद्र सरकार ने भी 2013-14 में 119 करोड़, 2014-15 में 90 करोड़ फिर 2014-15 में 400 करोड़, 2016-17 में 250 करोड़ रूपया मंडल को दिया गया लेकिन रेलवे अधिकारियों की लापरवाही और कार्य को गति प्रदान नहीं करने की मंशा नहीं होने के कारण ब्राडगेज कार्य में विलंब हो रहा है।
सांसद श्री चौहान ने भी इस पर नाराजगी व्यक्त की है और मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनावों के पश्चात दिल्ली जाकर रेलमंत्री से मिलकर सारी वस्तुस्थिति से अवगत कराकर ब्राडगेज के कार्य में तेजी लाई जाएगी। DEMO-PIC