लखनऊ : प्रदेश में हाईवे पर शराब की दुकानों को बन्द करवा कर सटी बस्तियों में खुलवाये जाने का पूरे प्रदेश में विरोध हो रहा है और ये शराबबंदी की आग चिंगारी बन कर राजधानी पहुंच चुकी है । जगह जगह गॉव और कस्बों में खुली शराब की दुकानों को महिलाएं बन्द करवा रही है । मंगलवार को राजधानी के पीजीआई क्षेत्र में तब स्थिति पुलिस के हाथों से भी बाहर निकल गयी जब महिलाओं ने हाथों में डंडे लेकर शराब की दुकानों को बन्द करवा दिया । वहीं कुछ महिलाओं ने मंगलवार को परिवार कल्याण कैबीनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी से मिल कर पूर्णतय शराबबंदी की मांग रखी, जिसे रीता बहुगुणा ने स्वीकृत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास महिलाओं की इस मांग को प्रमुखता से रखा जायेगा ।
बिहार में शराबबंदी के बाद अब उत्तर प्रदेश में भी शराबबंदी को लेकर महिलाएं एकजुट होने लगी हैं। लगातार एक सप्ताह से जनपद के अलग-अलग गांव क्षेत्रों सड़कों पर महिलाएं एकजुट होकर शराब बंदी के खिलाफ प्रदर्शन तोड़फोड़ शुरू कर दी है। मंगलवार के दिन सरोजिनी नगर में महिलाओं ने शराबबंदी को लेकर जमकर प्रदर्शन तोड़फोड़ किया। तोड़फोड़ की खबर सुनकर पुलिस भी दल बल के साथ मौके पर पहुंच गई लेकिन महिलाओं को हाथ में डंडा लाठी देख कर दंग रह गई। कुछ अधिकारियों ने महिलाओं को डराने-धमकाने का भी प्रयास किया लेकिन महिलाओं के आगे अधिकारियों की एक ना चली।थक हार कर पुलिस ने दुकान को बंद करवा दिया।
वहीं पीजीआई थानाक्षेत्र में शराबबंदी को लेकर स्थानीय लोगों सहित महिलाओं ने प्रदर्शन किया। जिसके बाद पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेते हुए दुकान को बंद करवा दिया। समाजसेवी महिला उर्वशी ने बताया कि शराबबंदी की यह आग तब तक नहीं थमेगी जब तक उत्तर प्रदेश के में शराब पूरी तरह बंद नहीं होगी। यह आग बहुत दूर से आई है। जिसे जलाए रखना हम महिलाओं का कर्तव्य है।
@शाश्वत तिवारी