मंडला – अपनी पत्नी साधना सिंह के साथ दो दिवसीय प्रवास करने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार की शाम कान्हा टाइगर रिजर्व से वापस हो गए। मुख्यमंत्री के कान्हा से जाने के बाद उनके पार्क भ्रमण की तस्वीरें वह वीडियो सामने आए हैं। इस वीडियो में मुख्यमंत्री के सामने से टाइगर गुजरता हुआ नजर आ रहा है और जो कुछ फोटो सामने आई है उसमें मुख्यमंत्री अपनी पत्नी साधना सिंह के साथ पाक के ज़मीने अमले जैसे वन श्रमिक, महावत, चाराकटर और पार्क के अधिकारीयों के साथ फोटो सेशन कराते नजर आ रहे है।
वैसे कान्हा में वीवीआईपी का आना लगा ही रहता है लेकिन सुरक्षा के लिहाज से इस बार न सिर्फ खासी चौकसी बरती गई बल्कि बड़ी संख्या में सुरक्षा कर्मी भी तैनात रहे। बताया जा रहा है इस तरह की सुरक्षा इंतिज़ाम पार्क में इससे पहले कभी नहीं देखा गया। उत्सुकतावश जब पार्क के अधिकारीयों ने सुरक्षा कर्मियों से इसकी वजह पूंछी तो प्रतिबंधित संगठन सिमी का नाम सामने आया। माना जा रहा है कि हाल ही में प्रदेश में हुई कुछ घटनाओं के बाद मुख्यमंत्री की सुरक्षा बढ़ा दी।
पार्क भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री जिस जिप्सी में सवार थे उसमे उनके साथ उनकी पत्नी साधना सिंह और कान्हा टाइगर रिज़र्व के संचालक संजय शुक्ला के साथ – साथ सुरक्षा कर्मी मौजूद थे। मुख्यमंत्री की इस निजी यात्रा का हवाला देते हुए पार्क प्रबंधन कोई भी अधिकृत जानकारी तो नहीं दे रहा है लेकिन सूत्रों से जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक मुख्यमंत्री ने अपनी इस यात्रा के दौरान 11 टाइगर देखें। बताया जा रहा है कि शनिवार की दोपहर हेलीकॉप्टर से कान्हा पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री ने किसली रेस्ट हाउस में कुछ देर आराम किया और उसके बाद अपनी पत्नी से साथ पार्क भ्रमण के लिए निकल गए।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने सबसे पहले कान्हा टाइगर रिजर्व का मशहूर टाइगर मुन्ना का दीदार किया। मुन्ना टाइगर की खासियत यह है कि उसके माथे पर इंग्लिश में CAT लिखा हुआ है।
अपनी इसी खासियत की वजह से वह काफी मशहूर है और पिछले कुछ दिनों से वह पर्यटक को नजर नहीं आ रहा था लेकिन रेस्ट हाउस से महज 1 किलोमीटर दूर बूढ़ा हो चुका मुन्ना मुख्यमंत्री के काफिले को नजर आ गया। शनिवार अपनी यात्रा के पहले दिन शाम की शिफ्ट में मुख्यमंत्री ने 3 टाईगर देखें और रविवार की सुबह उन्हें 8 टाइगर नज़र आये। अपनी इस यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री पूरी तरह से तनाव रहित नजर आए और खुद को प्रशासनिक और राजनीतिक क्रियाकलापों से पूरी तरह अलग रखा। मुख्यमंत्री ने अपनी इस कान्हा यात्रा को अब तक की सबसे यादगार यात्रा बताइए और पार्क प्रबंधन की जमकर तारीफ की।
कान्हा में मुख्यमंत्री ने पार्क के ज़मीनी अमले जिसमें श्रमिक महावत चारा कटर और अन्य जमीनी स्टॉप शामिल है से न केवल मुलाकात की बल्कि उनकी समस्याओं को भी सुना। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने महसूस किया कि कैसे विषम परिस्थिति में पार्क का जमीनी अमला अपनी तीन पीढ़ियों के साथ गुजर बसर कर रहा है।
वनकर्मी अपने माता-पिता और बच्चों के साथ जंगल में मुस्तैदी के साथ अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। यही वजह है कि मुख्यमंत्री ने उन्हें सेना की तर्ज पर विशेष अलाउंस देने का वादा किया है। अधिकारियों से चर्चा के दौरान पार्क में स्टाफ बढ़ाने के साथ – साथ अन्य जरुरी सुविधाएं मुहैया कराने पर मुख्यमंत्री ने सहमति प्रदान की है। @सैयद जावेद अली