नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविन्द केजरीवाल ने एक बार फिर चुनाव आयोग के लिए मुसीबतों का पहाड़ खड़ा कर दिया है। दरअसल केजरीवाल ने शनिवार को ईवीएम हैकिंग को लेकर एक कार्यक्रम का आयोजन किया है। इसी दिन चुनाव आयोग ने भी सभी पार्टियों को ईवीएम हैक करने के लिए ओपन चैलेंज भी दिया है। आप पार्टी का कहना है कि चुनाव आयोग का यह आयोजन महज एक स्वांग है। ऐसे में ये हम पर आ गया है कि असली हैकिंग करके दिखाएं।
आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जिन परिस्थितियों में चुनाव आयोग ने यह चैलेंज पेश किया है, उन्हीं परिस्थितियों में आम आदमी पार्टी ईवीएम को हैक करके दिखाएगी।
पार्टी ने इस आयोजन में सभी राजनीतिक पार्टियों और दुनियाभर के एक्सपर्ट को बुलाया है। भारद्वाज ने बताया है कि इस कार्यक्रम में पार्टी ने मुख्य चुनाव आयुक्त नजीम जैदी को भी आमंत्रित किया है।
बीते दिनों पांच राज्यों में हुए चुनाव के बाद ज्यादातर राजनीतिक पार्टियों ने ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाया। जिसमें अरविंद केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी सबसे ज्यादा आक्रामक नजर आई।
चुनाव आयोग ने पार्टियों को ईवीएम की सत्यता जांचने के लिए बुलाया है। इस चैलेंज में आयोग ने किसी भी पार्टी सदस्य को कोई हार्डवेयर टूल लाने को मना किया है।
सदस्य केवल अपने साथ वायरलेस डिवाइस ही ला सकते हैं और ईवीएम की केवल बटन टच कर सकते हैं। चुनाव आयोग के इस चैलेंज में लेफ्ट पार्टी सीपीआई-एम और कांग्रेस ही भाग ले रही है। चुनाव आयोग ने 7 राष्ट्रीय पार्टी और 49 राज्य स्तर की पार्टियों को इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बुलाया है।
इसलिए आप पार्टी ने चुनाव आयोग के चैलेंज में शामिल न होने का फैसला किया। पार्टी का कहना है कि चुनाव आयोग के कई नियमों के तहत इस चैलेंज में भाग लेने की बात कही, जबकि हम चाहते हैं कि हमें ईवीएम को अपने तरीके से हैक करने दिया जाए।
आप का कहना है कि हैकिंग कार्यक्रम केवल यह साबित करेगा कि किसी मशीन के सिर्फ बटन को छूकर छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है।